पिता मज़दूर, मां दृष्टिहीन, खु़द सुन नहीं सकता था – इसके बावजूद उसने मेहनत की और IAS बन गया
2022-05-12
मन की चाह इंसान के लिए कामयाबी के सभी दरवाज़े खोल सकती है, बशर्ते इस चाह के साथ सच्ची लगन और मेहनत भी होनी चाहिए. गरीबी और शारीरिक अक्षमता के कारण कई लोग हिम्मत हार कर अपने अंदर की चाह को खत्म कर देते हैं जबकि आईएएस ऑफिसर मनीराम शर्माContinue Reading