इंसान अगर चाह दे तो वो बुरी परिस्थितियों से लड़ते हुए अपने कठिन से कठिन सपने पूरा कर लेता है. एक तरफ जहां नेत्रहीनता बहुत से सपनों को मार देती है. आंखों की रौशनी खो चुके लोग अपने अंदर ही अंदर हार मानने लगते हैं. मध्य प्रदेश के यश सोनकियाContinue Reading

इंसान अगर चाह दे तो वो बुरी परिस्थितियों से लड़ते हुए अपने कठिन से कठिन सपने पूरा कर लेता है. एक तरफ जहां नेत्रहीनता बहुत से सपनों को मार देती है. आंखों की रौशनी खो चुके लोग अपने अंदर ही अंदर हार मानने लगते हैं. मध्य प्रदेश के यश सोनकियाContinue Reading