राजेंद्र भारूड. मां की पेट में ही थे, तभी पिता का निधन हो गया. ग़रीबी ऐसी थी कि पिता की एक फ़ोटो तक नहीं क्लिक हुई थी. मां देसी शराब बेचती थी. जब वह भूख से रोते तो उनकी दादी एक-दो चम्मच शराब मुंह में डाल देती थीं. शराब पीनेContinue Reading