मां का दर्द: कोई कह दे मेरे लाल से मुझे घर ले जाए, वृद्धाश्रम में बुजुर्ग महिलाओं को रुला रही अपनों की याद
2022-12-14
1 of 5 लेती नहीं दवाई अम्मा, जोड़े पाई-पाई अम्मा, दुख थे पर्वत राई अम्मा, हारी नहीं लड़ाई अम्मा। यह कविता एक मां का जीवन बताती है। इससे उसके त्याग और बड़प्पन को समझा जा सकता है। जीवन के तमाम झंझावातों को झेलने वाली माएं अब अपनों के दिए दर्द कोContinue Reading