16 दिसंबर, 1971. वह दुश्मन के सामने सीना तान कर खड़ा था. परिस्थितियां विपरीत होने की वजह से सीनियर्स बार-बार उसे टैंक छोड़कर बाहर आने के लिए कह रहे थे. मगर वह हिला तक नहीं. उसने जवाब दिया, ‘मेरी गन अभी भी काम कर रही है. अगले ही पल वह दुश्मन पर टूट पड़ाContinue Reading

16 दिसंबर, 1971. वह दुश्मन के सामने सीना तान कर खड़ा था. परिस्थितियां विपरीत होने की वजह से सीनियर्स बार-बार उसे टैंक छोड़कर बाहर आने के लिए कह रहे थे. मगर वह हिला तक नहीं. उसने जवाब दिया, ‘मेरी गन अभी भी काम कर रही है. अगले ही पल वह दुश्मन पर टूट पड़ाContinue Reading

16 दिसंबर, 1971. वह दुश्मन के सामने सीना तान कर खड़ा था. परिस्थितियां विपरीत होने की वजह से सीनियर्स बार-बार उसे टैंक छोड़कर बाहर आने के लिए कह रहे थे. मगर वह हिला तक नहीं. उसने जवाब दिया, ‘मेरी गन अभी भी काम कर रही है. अगले ही पल वह दुश्मन पर टूट पड़ाContinue Reading