नसीरुद्दीन शाह ने वक्‍त के साथ बदले हिंदी सिनेमा पर नाराजगी जाहिर की है। उन्‍होंने कहा कि फिल्‍मों के डायलॉग्‍स से देखते ही देखते उर्दू गायब हो गई है। अब जो अल्‍फाज इस्‍तेमाल होते हैं वो बेहूदा हैं और फिल्‍मों सत्‍यानाश कर दिया है। उन्‍होंने फिल्‍मों में धर्म और समुदायContinue Reading