शूलिनी विश्वविद्यालय में शुरू हुआ उत्तर क्षेत्र के कुलपतियों का सम्मेलन
सोलन, 25 नवंबर दो दिवसीय उत्तर क्षेत्र के कुलपतियों का सम्मेलन 2021, जिसमें 150 से अधिक कुलपतियों नेऑफलाइन और ऑनलाइन मोड में भाग लिया, आज यहां के पास शूलिनी विश्वविद्यालय परिसर मेंशुरू हुआ। हिमाचल प्रदेश के मुख्य सचिव श्री राम सुभग सिंह, जो सम्मेलन में मुख्य अतिथि थे, ने कहा कि राज्यने सतत विकास लक्ष्यों को साकार करने के लिए बहुत अच्छा किया है और देश के अग्रणी राज्यों में सेएक है। हालांकि, उन्होंने कहा कि लैंगिक समानता और पोषण संबंधी मुद्दों के लिए और अधिक करनेकी जरूरत है। उन्होंने कहा कि राज्य जलवायु परिवर्तन पर ग्लासगो शिखर सम्मेलन में प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वाराकी गई प्रतिबद्धताओं को पूरा करने के लिए भी अच्छी स्थिति में है। उन्होंने कहा कि राज्य ने आयुष्मान भारत के दायरे को सार्वभौमिक बना दिया है और समाज के सभीवर्गों तक पहुंचने के लिए सक्रिय योजनाएं शुरू की हैं। साथ ही विश्वविद्यालयों और उच्च शिक्षा केअन्य संस्थानों को हमें आम लोगों तक पहुंचने के तरीकों में सुधार के लिए रचनात्मक समाधान देनाचाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार इस तरह की भागीदारी को प्रोत्साहित करने के लिए फंड स्थापितकरने का प्रस्ताव कर रही है। भारतीय विश्वविद्यालयों के संघ (एआईयू) के अध्यक्ष कर्नल (डॉ.) जी थिरुवसागम ने कहा कि अन्यराज्यों को सतत विकास में हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा निर्धारित उदाहरण का पालन करना चाहिए।उन्होंने कहा कि कुलपति उन नए कदमों पर विचार करेंगे जो लक्ष्यों को पूरा करने के लिए उठाए जासकते हैं। उन्होंने आशा व्यक्त की कि ये सिफारिशें देश और सरकार के लिए बहुत उपयोगी होंगी। एआईयू के महासचिव डॉ पंकज मित्तल ने कहा कि सम्मेलन में संयुक्त राष्ट्र द्वारा स्थापित सततविकास लक्ष्यों पर चर्चा होगी। उन्होंने कहा कि सम्मेलन की सिफारिशों को उच्च शिक्षा के सभीसंस्थानों द्वारा लागू करने के लिए केंद्र सरकार को भेजा जाएगा। मेजबान कुलपति प्रोफेसर अतुल खोसला ने कहा कि शूलिनी विश्वविद्यालय सतत विकास लक्ष्यों केलिए प्रतिबद्ध है। विश्वविद्यालय हिमालयी जैव विविधता पर अनुसंधान पर ध्यान केंद्रित करता है औरलक्ष्यों को पूरा करने के लिए कई कदम उठाए हैं। हिमाचल प्रदेश निजी शैक्षणिक संस्थान नियमितता (HPPERC) के अध्यक्ष, मेजर जनरल अतुलकौशिक ने कहा कि राज्य के सभी निजी विश्वविद्यालय 2025 तक शून्य कार्बन उत्सर्जन संस्थानहोंगे। विशिष्ट अतिथि कुलपति प्रोफेसर पी के खोसला ने कहा कि विश्वविद्यालय पर्यावरण पर विशेषध्यान दे रहा है और आगे भी करता रहेगा। प्रो चांसलर श्री विशाल आनंद ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया और कहा कि विश्वविद्यालय लक्ष्योंको प्राप्त करने के लिए एआईयू और सरकार के साथ काम करने के लिए तत्पर है।Continue Reading