अपनी अपार्टमेंट कॉम्प्लेक्स से जब भी बाहर निकलती हूं, पार्किंग में कुर्सी पर बैठे मोबाईल चलाते या बीड़ी सुलगाते दिख जाते हैं केयरटेकर अंकल. मैं निकलते हुए उन्हें सलाम करते हुए जाती हूं और वो भी हंसकर जवाब में हाथ सिर पर धर देते हैं. दोनों कुछ नहीं कहते, नContinue Reading