नौकरी. कॉलेज ख़त्म होने के बाद हमारे दिल-दिमाग में सिर्फ़ यही चलता है. इसी को टार्गेट करके हम पढ़ते हैं या कोई कोर्स करते हैं. दूसरी तरफ़ पेरेंट्स भी बच्चों को उसी दिशा में पढ़ाने की कोशिश करते हैं, जिससे बच्चे अच्छे से स्टेबल हो जाए. ऐसा ही हुआ राजस्थानContinue Reading

नौकरी. कॉलेज ख़त्म होने के बाद हमारे दिल-दिमाग में सिर्फ़ यही चलता है. इसी को टार्गेट करके हम पढ़ते हैं या कोई कोर्स करते हैं. दूसरी तरफ़ पेरेंट्स भी बच्चों को उसी दिशा में पढ़ाने की कोशिश करते हैं, जिससे बच्चे अच्छे से स्टेबल हो जाए. ऐसा ही हुआ राजस्थानContinue Reading