नेपाली संसद के अध्यक्ष अग्नि प्रसाद सापकोटा ने पांच सितंबर को विधेयक को दोबारा मंजूरी दी थी। जिसके बाद उसे राष्ट्रपति भंडारी के पास हस्ताक्षर के लिए भेजा गया था। संवैधानिक रूप से राष्ट्रपति को 15 दिन के भीतर विधेयक पर हस्ताक्षर करने होते हैं मगर उन्होंने ऐसा नहीं कियाContinue Reading