1857 को अंग्रेज़ों के ख़िलाफ़ भारतीयों ने मोर्चा खोल दिया था. ग़ौरतलब है कि इससे पहले भी अंग्रेज़ी सरकार, अन्य विदेशी ताकतों से हमारी मिट्टी की रक्षा करने के लिए राजा-रजवाड़ों और रानियों ने युद्ध किया. दुख की बात है कि इनमें से कई वीरांगनाओं और वीरों की कहानियां इतिहासContinue Reading