आज के दौर में जहां एक तरफ युवा शहरों की तरफ तेजी से पलायन कर रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ कुछ लोग अपनी लाखों की नौकरी छोड़कर खेती-किसानी की ओर रुख कर रहे हैं. यूपी के मेरठ के अजय त्यागी ऐसा ही नाम है. 16 साल तक दुनिया की प्रतिष्ठित मल्टीनेशनल कंपनी,Continue Reading

एमपी के शिवपुरी जिले के ठर्रा-ठरी गांव के रहने वाले हर्षवर्धन मजेजी ने नौकरी छोड़कर खेती करने का फैसला किया। उन्होंने अपनी पांच एकड़ खेत में शिमला मिर्च उगाई है और पहले ही साल 20 लाख रुपये कमाई करने का लक्ष्य रखा है। वे इस लक्ष्य को तो हासिल करContinue Reading

जो लोग कहते हैं खेती-किसानी में कुछ नहीं रखा है. उन्हें ओड़िशा में बरगढ़ जिले के काटापाली गांव में रहने वाले सुदाम साहू से मिलना चाहिए. सुदाम के पास सरकारी नौकरी का मौका था, मगर उन्होंने खेती करने का फैसला किया और आज इलाके भर में एक प्रगतिशील किसान के रूप मेंContinue Reading

जो लोग कहते हैं खेती-किसानी में कुछ नहीं रखा है. उन्हें ओड़िशा में बरगढ़ जिले के काटापाली गांव में रहने वाले सुदाम साहू से मिलना चाहिए. सुदाम के पास सरकारी नौकरी का मौका था, मगर उन्होंने खेती करने का फैसला किया और आज इलाके भर में एक प्रगतिशील किसान के रूप मेंContinue Reading

जो लोग कहते हैं खेती-किसानी में कुछ नहीं रखा है. उन्हें ओड़िशा में बरगढ़ जिले के काटापाली गांव में रहने वाले सुदाम साहू से मिलना चाहिए. सुदाम के पास सरकारी नौकरी का मौका था, मगर उन्होंने खेती करने का फैसला किया और आज इलाके भर में एक प्रगतिशील किसान के रूप मेंContinue Reading

जो लोग कहते हैं खेती-किसानी में कुछ नहीं रखा है. उन्हें ओड़िशा में बरगढ़ जिले के काटापाली गांव में रहने वाले सुदाम साहू से मिलना चाहिए. सुदाम के पास सरकारी नौकरी का मौका था, मगर उन्होंने खेती करने का फैसला किया और आज इलाके भर में एक प्रगतिशील किसान के रूप मेंContinue Reading

राकेश कुमार महंती. साल 2012 में बीआईटी बेंगलुरु से बीटेक किए. टीसीएस में कैंपस सिलेक्शन हो गया. 4 साल तक नौकरी की, लेकिन मन नहीं लगा. वह गांव लौटने का मन बना लिए और खेती करने की योजना के साथ झारखंड के जमशेदपुर जिले के पटमदा गांव में लौट आए.Continue Reading

जो लोग कहते हैं खेती-किसानी में कुछ नहीं रखा है. उन्हें ओड़िशा में बरगढ़ जिले के काटापाली गांव में रहने वाले सुदाम साहू से मिलना चाहिए. सुदाम के पास सरकारी नौकरी का मौका था, मगर उन्होंने खेती करने का फैसला किया और आज इलाके भर में एक प्रगतिशील किसान के रूप मेंContinue Reading