स्व प्रेम चंद सिंगला के अस्तुओं की ठाकुर के रूप में मिली फूलों में कान्हा जी की विराजमान मूर्ति
2023-01-25
हम सब को पता है कि संसार को छोड़कर सबने जाना है फिर भी हम अपनी रोजाना कि जिंदगी मे वयस्त होने के कारण बहुत संस्कारों से पीछे होते जा रहे हैं।साधु संतो का मानना है कि इंसान के अंदर ही भगवान रहता है।उक्त बात तब चरितार्थ हुई जब गतContinue Reading