मिट्टी के घर में रहे, मां ने मज़दूरी कर पढ़ाया, आज IAS बन देश सेवा कर रहे हैं अरविंद मीणा
2022-11-11
रामधारी सिंह ‘दिनकर’ लिखते हैं, ‘खम ठोक ठेलता है जब नर, पर्वत के जाते पांव उखड़’. कुछ ऐसा कर गुज़रने की शक्ति हर इंसान में होती है, बस ज़रूरत है तो कड़ी मेहनत और उससे भी ज़्यादा धैर्य की. मेहनत, धैर्य की ही कहानी है IAS अफ़सर अरविंद कुमार मीणाContinue Reading