जो लोग कहते हैं खेती-किसानी में कुछ नहीं रखा है. उन्हें ओड़िशा में बरगढ़ जिले के काटापाली गांव में रहने वाले सुदाम साहू से मिलना चाहिए. सुदाम के पास सरकारी नौकरी का मौका था, मगर उन्होंने खेती करने का फैसला किया और आज इलाके भर में एक प्रगतिशील किसान के रूप मेंContinue Reading

जो लोग कहते हैं खेती-किसानी में कुछ नहीं रखा है. उन्हें ओड़िशा में बरगढ़ जिले के काटापाली गांव में रहने वाले सुदाम साहू से मिलना चाहिए. सुदाम के पास सरकारी नौकरी का मौका था, मगर उन्होंने खेती करने का फैसला किया और आज इलाके भर में एक प्रगतिशील किसान के रूप मेंContinue Reading

जो लोग कहते हैं खेती-किसानी में कुछ नहीं रखा है. उन्हें ओड़िशा में बरगढ़ जिले के काटापाली गांव में रहने वाले सुदाम साहू से मिलना चाहिए. सुदाम के पास सरकारी नौकरी का मौका था, मगर उन्होंने खेती करने का फैसला किया और आज इलाके भर में एक प्रगतिशील किसान के रूप मेंContinue Reading

जो लोग कहते हैं खेती-किसानी में कुछ नहीं रखा है. उन्हें ओड़िशा में बरगढ़ जिले के काटापाली गांव में रहने वाले सुदाम साहू से मिलना चाहिए. सुदाम के पास सरकारी नौकरी का मौका था, मगर उन्होंने खेती करने का फैसला किया और आज इलाके भर में एक प्रगतिशील किसान के रूप मेंContinue Reading

जो लोग कहते हैं खेती-किसानी में कुछ नहीं रखा है. उन्हें ओड़िशा में बरगढ़ जिले के काटापाली गांव में रहने वाले सुदाम साहू से मिलना चाहिए. सुदाम के पास सरकारी नौकरी का मौका था, मगर उन्होंने खेती करने का फैसला किया और आज इलाके भर में एक प्रगतिशील किसान के रूप मेंContinue Reading