इसे भाग्य की विडंबना कहें या माननीयों की मेहरबानी कि देश के भविष्य निर्माता एनपीएस के कारण किस प्रकार अपने परिवार के लालन-पालन को संघर्षरत हो रहे हैं। इसका ताजा उदाहरण शाहपुर में मिला। जिला कांगड़ा के शाहपुर से बतौर जेबीटी रिटायर हुए तिलक शर्मा की शाहपुर बस स्टैंड मेंContinue Reading