मंजिल उन्हीं को मिलती है, जिनके सपनों में उड़ान होती है. ये लाइन कन्नौज के हाजी मसरूर पर बिल्कुल फिट बैठती है. उन्होंने गरीब बच्चों को पढ़ाने का सपना देखा. लड़कियों को पढ़ने के लिए प्रेरित किया. लेकिन एक समय ऐसा भी था जब पढ़ाई के साथ उन्हें बीड़ी बनाकरContinue Reading