MoU signed to promote research in law

सोलन, 14 अक्टूबर शूलिनी विश्वविद्यालय ने विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस को चिह्नित करने के लिए एक वेबिनार काआयोजन किया। कार्यक्रम की मुख्य वक्ता, शिक्षक और छात्र परामर्शदाता श्रीमती सोनल गुप्ता थीं। छात्र कल्याण की डीन श्रीमती पूनम नंदा ने मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों और महामारी के दौरान युवाओंपर उनके प्रभाव के बारे में बात करके कार्यक्रम की शुरुआत की। “हम जिस समय में रहते हैं, उससमय में मानसिक स्वास्थ्य शारीरिक स्वास्थ्य से भी अधिक महत्वपूर्ण है”, उन्होंने कहा। श्रीमती नितिका ठाकुर, सहायक प्रोफेसर ने प्रेम और मनोविज्ञान पर आधारित एक कविता साझाकी। श्रीमती सोनल गुप्ता ने बात की शुरुआत जेंडर एक्सप्रेशन और समाज में होते भेदभाव के साथ की।उसने लैंगिक पूर्वाग्रहों को चित्रित किया और उन्हें विभिन्न अलंकारिक प्रश्नों के साथ समझाया।उन्होंने आगे कहा कि, “एलजीबीटीक्यू समुदाय सिर्फ बुनियादी और मौलिक मानवाधिकारों की मांगकर रहा है, कुछ खास नहीं”। फिर उन्होंने इस बारे में बात की कि कैसे पूरी दुनिया धीरे-धीरे बदल रहीहै और समलैंगिक समुदाय को स्वीकार कर रही है। उन्होंने अपने सत्र का समापन ये बताते हुए कियाकी हमें विभिन्नताओं को स्वीकार करना चाहिए और खुद पर हमेशा गर्व करना चाहिए।Continue Reading