टेस्ट में पीड़िता के प्राइवेट पार्ट में दो अंगुलियां डाली जाती है, इससे डॉक्टर यह जानने की कोशिश करते हैं कि क्या पीड़िता शारीरिक संबंधों की आदी रही है. नई दिल्ली. सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को यानी 31 अक्टूबर को रेप के मामले में ‘टू-फिंगर’ टेस्ट को बैन कर दिया है.Continue Reading