टाटा ग्रुप की किसी कंपनी का 19 साल बाद आईपीओ आ रहा है। ग्रुप ने इस पर काम करना शुरू कर दिया है। टाटा मोटर्स की सहयोगी कंपनी टाटा टेक इस आईपीओ के जरिए 4,000 करोड़ रुपये तक कमा सकती है। पिछले महीने इसकी घोषणा हुई थी और उसके बाद से कंपनी के अनलिस्टेड शेयरों में काफी उछाल देखी जा रही है।
नई दिल्ली: शेयर मार्केट में निवेश करने वालों के लिए अच्छी खबर है। देश के सबसे बड़े औद्योगिक घरानों में से एक टाटा ग्रुप (Tata Group) 19 साल बाद आईपीओ (IPO) लाने की तैयारी में है। टाटा मोटर्स (Tata Motors) की सहयोगी कंपनी टाटा टेक्नोलॉजीज (Tata Technologies) इस आईपीओ के जरिए 3,500 से 4,000 करोड़ रुपये जुटा सकती है। इस इश्यू के लिए कंपनी की वैल्यूएशन 16,200 से 20,000 करोड़ रुपये तक हो सकती है। टाटा ग्रुप ने इस आईपीओ के लिए काम करना शुरू कर दिया है। सूत्रों के मुताबिक कंपनी दो एडवाइजर्स के साथ काम कर रही है। साथ ही एक और एडवाइजर को नियुक्त करने की प्रक्रिया जारी है। पिछले महीने टाटा मोटर्स के बोर्ड ने टाटा टेक में आईपीओ के जरिए कुछ हिस्सेदारी बेचने के प्रस्ताव पर मुहर लगाई थी। इसके बाद से कंपनी के अनलिस्टेड शेयरों में लगातार तेजी आ रही है।
हालांकि इस आईपीओ के लिए टाटा ग्रुप ने अभी तक कोई तारीख मुकर्रर नहीं की है। कंपनी का कहना है कि उसे सही मौके का इंतजार है। यह टाटा संस के मौजूदा चेयरमैन एन चंद्रशेखरन के कार्यकाल में यह टाटा ग्रुप का पहला आईपीओ होगा। टाटा टेक्नोलॉजीज डिजिटल, इंजीनियरिंग और तकनीकी सर्विस सेक्टर में दुनिया की अग्रणी कंपनियों में शामिल है। इसमें टाटा मोटर्स की 74.42 फीसदी हिस्सेदारी है। इसी तरह 8.96 फीसदी हिस्सेदारी अल्फा टीसी और 4.48 फीसदी हिस्सेदारी टाटा कैपिटल ग्रोथ फंड की है।
19 साल पहले आया था आईपीओ
इससे पहले टाटा ग्रुप की किसी कंपनी का आईपीओ 19 साल पहले आया था। टाटा ग्रुप साल 2004 में टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) का आईपीओ लाया था। टीसीएस आज देश की दूसरी सबसे मूल्यवान कंपनी है। भारत और एशिया के दूसरे सबसे बड़े रईस मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) की रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) का मार्केट कैप 1,671,800.07 करोड़ रुपये है जबकि टीसीएस 1,233,082.02 करोड़ रुपये के साथ दूसरे नंबर पर है।