दिग्गज आईटी कंपनी टीसीएस ने शुक्रवार को अपने तिमाही नतीजे जारी किए थे. रिजल्ट में उम्मीद से कम प्रॉफिट और मार्जिन नंबर दर्ज किया गया. इसके बावजूद मोतीलाल ओसवाल को स्टॉक में तेजी दिख रही है. घरेलू ब्रोकरेज ने 3,730 रुपए के टारगेट प्राइस के साथ स्टॉक पर खरीदारी बनाए रखी है, जो मौजूदा स्तरों से 14% ऊपर है. मार्केट करेक्शन और वैश्विक मंदी की चिंताओं के बीच इस साल अब तक टीसीएस के शेयरों में लगभग 13% की गिरावट आई है.
विश्लेषकों का कहना है कि ब्याज दरों में वृद्धि, धीमी आर्थिक वृद्धि और बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव ने चीजों को प्रभावित किया है और आईटी खर्च पर चिंता जताई. ब्रोकरेज ने कहा कि TCS ने लगातार अपनी बाजार लीडरशीप की पोजिशन को बनाए रखा है. लिहाज कंपनी का मार्जिन और बेहतर रिटर्न वाला प्रदर्शन जारी रहेगा.
कंपनी का प्रदर्शन सही रहने की उम्मीद
मोतीलाल ओसवाल का कहना है कि टीसीएस के आकार, ऑर्डर बुक और लंबी अवधि के ऑर्डर और पोर्टफोलियो के जोखिम को देखते हुए इस पर अभी भी दांव लगाया जा सकता है. यह कमजोर वातावरण का सामना करने और अनुमानित उद्योग वृद्धि के हिसाब से आगे बढ़ने के लिए तैयार है.
कंपनी का खर्च बढ़ा
शुक्रवार को, टीसीएस ने बताया कि 30 जून तक तीन महीनों में उसका शुद्ध लाभ 5.2% बढ़कर 9,478 करोड़ रुपए हो गया. यह विश्लेषकों की उम्मीद 9,851 करोड़ रुपए से कम है. तिमाही के लिए ऑपरेटिंग मार्जिन 23.1% के मल्टी ईयर लो पर रहा, जो एक साल पहले 25.5% था. यह मुख्य रूप से वार्षिक वेतन वृद्धि, टैलेन्ट खोजने का बढ़ता खर्च और धीरे-धीरे यात्रा खर्चों के सामान्य होने की वजह से रहा.
ग्रोथ अच्छी रहेगी
भारतीय आईटी सेवा प्रमुख में एट्रिशन दर 19. 7% थी. एलिवेटेड एट्रिशन, ऑल टाइम हाई सब-कॉन्ट्रैक्टर कॉस्ट और ट्रैवल खर्चों को फिर से शुरू करने से भी तिमाही के दौरान मार्जिन पर असर पड़ा. ब्रोकरेज ने कहा कि मंदी को लेकर ग्राहकों की चिंताओं की वजह से यूरोप की तुलना में अमेरिका ज्यादा अच्छा करेगा. टीसीएस का ग्रोथ अच्छा रहेगा और मार्जिन भी आगे बढ़ेगी.