TCS ने मूनलाइटिंग के लिए कर्मचारियों को चेताया, हफ्ते में 3 दिन ऑफिस आने को भी कहा

इंफोसिस और विप्रो के बाद अब टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज भी मूनलाइटिंग के विरोध में उतर आई है.

इंफोसिस और विप्रो के बाद अब टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज भी मूनलाइटिंग के विरोध में उतर आई है.

नई दिल्ली. इंफोसिस और विप्रो के बाद अब टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) भी मूनलाइटिंग के विरोध में उतर आई है. कल सोमवार को जारी एक बयान में टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज ने बताया कि मूनलाइटिंग एक नैतिक मुद्दा है और यह कंपनी के मूल सिद्धातों और संस्कृति के खिलाफ है. वहीं, कंपनी ने साथ ही यह भी स्पष्ट किया कि मूनलाइटिंग की वजह से अभी तक उसकी तरफ से कर्मचारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है.

टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज ने बताया कि मूनलाइटिंग को लेकर कंपनी के रुख के बारे में कर्मचारियों को स्पष्ट रूप से बता दिया गया है. साथ ही यह भी बताया कि किसी के खिलाफ अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है. यह बात सोमवार को टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज के चीफ ह्यूमन रिसोर्स ऑफिसर ने कंपनी के सितंबर तिमाही के आंकड़े जारी करते समय कही.

क्या है मूनलाइटिंग?
मूनलाइटिंग का मतलब है कि एक साथ 2 या ज्यादा कंपनियों के लिए काम करना और दोनों से ही सैलरी लेना. हाल में आईटी सेक्टर की कई कंपनियों के कर्मचारियों ने घर से काम करने के दौरान एक साथ दो-दो जगह नौकरियां करनी शुरू कर दी थीं. यह मामला सामने आने के बाद ज्यादातर कंपनियों ने इस पर सख्त ऐतराज जताते हुए इसे अस्वीकार्य बताया है.

एंप्लॉयमेंट कॉन्ट्रैक्ट में भी रहता है जिक्र
टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज के सीईओ (चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर) राजेश गोपीनाथन ने बताया कि कंपनी में नौकरी शुरू करने पर कर्मचारियों से जो इप्लॉयमेंट कॉन्ट्रैक्ट साइन कराया जाता है, उसमें इस बात का स्पष्ट जिक्र किया गया है कि कर्मचारियों को किसी अन्य ऑर्गनाइजेशन के लिए काम करने की अनुमति नहीं है. कर्मचारी कंपनी में रहते हुए किसी और के लिए काम नहीं कर सकते हैं.

विप्रो ने 300 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला
टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज की समकक्ष कंपनियों इंफोसिस और विप्रो ने भी मूनलाइटिंग का खुलकर विरोध किया है. इंफोसिस ने कंपनी के अलावा, दूसरी जगह काम करने वाले कर्मचारियों को एक वार्निंग लेटर भेजा है. वहीं, विप्रो ने मूनलाइटिंग के खिलाफ सख्त कदम उठाते हुए ऐसे 300 कर्मचारियों को नौकरी से बेदखल कर दिया है.

अब हफ्ते में 3 दिन ऑफिस से काम
टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज ने सितंबर में अपने सभी कर्मचारियों को हफ्ते में कम से कम 3 दिन ऑफिस से काम करने का आदेश दिया और कहा कि कंपनी के इस नियम का पालन अनिवार्य है. कंपनी के एचआर ने बताया कि कंपनी के सभी सीनियर कर्मचारी पहले से ही ऑफिस आ रहे हैं. इस आदेश का पालन नहीं करना अनुशासनहीनता माना जाएगी और ऐसे कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

कर्मचारियों को भेजे गए ई-मेल में कंपनी ने कहा है कि “टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज के सीनियर कर्मचारी पहले से ही ऑफिस से काम कर रहे हैं और हमारे क्लाइंट्स भी कंपनी के ऑफिसों का दौरा कर रहे हैं. ऐसे में आपके संबंधित टीम के मैनेजर अब आपको हफ्ते में कम से 3 दिन ऑफिस से काम करने का रोस्टर बनाएंगे.”