एस. सिंह चंडीगढ़. शनिवार दोपहर को चंडीगढ़ विश्वविद्यालय की कुछ छात्राओं का कथित तौर पर वीडियो बनाने के मामले में छात्रों ने रविवार रात डेढ़ बजे अपना आंदोलन समाप्त कर दिया है. छात्रों को डीआईजी और प्रशासन द्वारा निष्पक्ष जांच का आश्वासन देने के बाद छात्रों ने अपना प्रदर्शन और धरना खत्म कर दिया. इसी बीच विश्वविद्यालय प्रशासन ने एक सप्ताह के लिए क्लासेज सस्पेंड कर दी है. विवि में प्रदर्शन के बाद छात्रों के अभिभावक भी अपने बच्चों को घर वापस ले जाने के लिए पहुंच गए हैं.
चंडीगढ़ विवि प्रशासन ने भी छात्रों को उनकी हर समस्या हल करने का आश्वासन दिया है. छात्रों ने हॉस्टल के सभी वार्डनों को बदलने की भी मांग की है. विश्वविद्यालय और पुलिस प्रशासन ने मामले के लिए छात्रों से एक कमेटी बनाने की अपील की थी, जिसके बाद बाद एक कमेटी का गठन करने का भी निर्णय लिया गया है. इसमें छात्रों के अलावा चंडीगढ़ विश्वविद्यालय प्रबंधन के अधिकारी भी शामिल होंगे. प्रदर्शन खत्म होने के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने एक सर्कुलर जारी कर 19 से 24 सितंबर तक क्लासेज सस्पेंड करने का ऐलान किया है. इस दौरान टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टाफ को आम दिनों की तरह कार्यालय में रिपोर्ट करने को कहा गया है.
चंडीगढ़ विश्वविद्यालय में खराब हुए माहौल के बीच छात्र-छात्राएं अपने घरों को वापस लौट रहे हैं. कुछ अभिभावक रविवार देर रात ही अपने बच्चों को घर ले जाने के लिए पहुंचे थे. गौरतलब है कि हॉस्टल की एक लड़की पर कथित तौर पर अन्य लड़कियों के कुछ वीडियो बनाने के आरोप लगे हैं. हालांकि पुलिस और विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस बात से इनकार किया है. एक वीडियो भी वायरल हुआ है जिसमें लड़की भी मान रही थी कि उसने बाथरूम का वीडियो बनाकर शिमला के रहने वाले एक लड़के को भेज दिया था.
इस घटना का एक ऑडियो भी वायरल हो रहा है. इसमें यूनिवर्सिटी की कुछ छात्राओं को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि हॉस्टल की एक छात्रा ने दूसरी छात्राओं का नहाते हुए वीडियो बनाकर वायरल कर दिया. ये विश्वविद्यालय चंडीगढ़ से 24 किलोमीटर दूर चंडीगढ़-लुधियाना राजमार्ग पर घंडुआ शहर में है. जुलाई 2012 में पंजाब विधानसभा में पारित निजी विश्वविद्यालय विधेयक के तहत यह विश्वविद्यालय अस्तित्व में आया है.