नवरात्र…सोलन में दुल्हन की तरह सजे मंदिर

सोलन में दुर्गा मंदिरों में दो अप्रैल से शुरू होने वाली चैती दुर्गा पूजा की तैयारी जोर-शोर से चल रही है। जिलेभर में नवरात्र के लिए मंदिरों को दुल्हन की तरह सजाया गया है। शहर के प्रसिद्ध मां शूलिनी मंदिर में नवरात्र को लेकर सभी तैयारियां पूरी हैं।
बाजारों में पूजन सामग्री बेचने वालों की दुकानों पर विभिन्न डिजाइनों व साइजों की चुनरी बिक रही है। इसके अलावा मां के नौ स्वरूपों वाले चित्र की भी खूब मांग है। पूजा-अर्चना के लिए धूप, दीपक सहित अन्य सामग्रियों की खरीदारी शुक्रवार से ही लोगों ने आरंभ कर दी है। बात यदि माता के चुनरी की हो, तो पिछले वर्ष की अपेक्षा इसकी कीमत में मामूली वृद्धि देखी जा रही है। चुनरी 10 से लेकर दो सौ रुपए तक बेची जा रही है। कुछ श्रद्धालु इस नवरात्र में भी नौ दिनों तक व्रत रहकर माता की पूजा करते हैं। इस दौरान फल ही उनका मुख्य आहार होता है। इस समय तो फल की कीमत काबू में है, पर लोगों ने उम्मीद जताई कि नवरात्र आरंभ होने पर इनकी कीमत में उछाल आएगा। चैत्र नवरात्र को लेकर जिला सोलन में भक्तिमय वातावरण है। बता दें कि कलश स्थापना कर विधि-विधान से लोग पूजा पाठ करते हैं।

जिस तरह नौ रात्रि मां दुर्गा का अलग-अलग भोग लगता है, उसी तरह नौ दिन मां को अलग-अलग नौ रंगों के वस्त्र भी पहनाए जाते हैं। नवरात्र के साथ मांगलिक कार्यक्रम भी शुरू हो जाएंगे। 15 अप्रैल से सहालग शुरू होगा। पंडित सुभाष शर्मा ने कहा कि चैत्र माह में नवरात्र होने की वजह से शादी, विवाह, मुंडन, गृह प्रवेश, नामकरण और अन्य शुभ एवं मांगलिक कार्य भी किए जा सकते हैं। नवरात्र के बाद 15 अप्रैल से एक बार फिर शादी के शुभ मुहूर्त की शुरुआत हो रही है। नवरात्रि के नौ दिन मां दुर्गा के अलग-अलग स्वरूपों की पूजा होती है। ऐसा माना जाता है कि नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा के विधिवत पूजन से भक्तों को मनचाहा फल मिलता है और मां की उन पर कृपा भी बनी रहती है। ज्योतिषाचार्य ने बताया कि चैत्र नवरात्र में घटस्थापना ब्रह्म मुहूर्त में होगी। प्रतिदिन वृद्धि क्रम से नवदुर्गाओं को लाल गुलाब के पुष्प अर्पित करें। …(एचडीएम)

बिना मास्क नहीं मिलेगा मंदिर में प्रवेश
उपमंडल अधिकारी अजय यादव ने लोगो से बार-बार अपील कर रहें हैं कि सरकार और प्रशासन की ओर से जारी गाइडलाइन का पालन अच्छे से करें ताकि कोरोना मामलों पर अंकुश लगाया जा सके। बिना मास्क मंदिर के भीतर किसी को भी प्रवेश नहीं मिलेगा। नियमों का पालन करवाने के लिए सुरक्षा कर्मी तैनात रहेंगे। मां शूलिनी मंदिर के पुजारी राम स्वरूप शर्मा ने कहा कि दो अप्रैल से चैत्र नवरात्र शुरू हो जाएंगे। पहले दिन मां शूलिनी की पूजा और पाठ होगा। मंदिरों में प्रसाद लगाने और बांटने पर फिलहाल अभी प्रशासन का फैसला आना बाकी है। हालांकि श्रद्धालु इस बार मंदिर में मां के दर्शन कर सकेंगे।