सोलन में आज केंद्र सरकार और प्रदेश सरकार के खिलाफ जम कर नारे बाजी हुई | इस विरोध प्रदर्शन में में जहाँ एक और मज़दूर संगठनों ने भाग लिया वहीँ किसानों और कर्मचारियों ने भी भी भारी संख्या में अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई | इस विरोध प्रदर्शन से यह संदेश देने का प्रयास किया गया कि भाजपा सरकार पूँजीपतियों की सरकार है | आम जनता बेहद दुखी है | किसान मज़दूर और कर्मचारी सड़को पर है और पूँजी पति आराम से अपनी ज़िंदगी गुज़ार रहे है | किसान मज़दूर और कर्मचारियों की आवाज़ दबाने के लिए नए नए क़ानून और नियम बनाए जा रहे है बड़े बड़े उद्योगपतियों को संरक्षण दिया जा रहा है | यही वजह है कि आज सभी का गुस्सा केंद्र सरकार के खिलाफ फूटा है और सड़को पर उतरने को सभी मजबूर हुए है |
इस मौके पर एटक के प्रदेशाध्यक्ष जगदीश भारद्वाज ने कहा कि भाजपा द्वारा श्रम कानूनों को बदला गया है और किसानो पर काले क़ानूनों को लादा गया है | जिसका वह पूर्ण रूप से विरोध करते है | इस लिए आज हिमाचल की दस ट्रेड यूनियनों ने धरना प्रदर्शन किया है | उन्होंने कहा कि देश में पूँजीपतियों की सरकार चल रही है किसान और मज़दूरों की आवाज़ को दबाने का प्रयास किया जा रहा है | उन्होंने कहा कि देश के विकास में मज़दूर और किसान अहम भूमिका निभाते है लेकिन आज यह दोनों अपने आप को ठगा सा महसूस कर रहे है और भाजपा के शोषण का शिकार हो चुके है लेकिन वह ऐसा कतई होने नहीं देंगे और उनका विरोध तब तक जारी रहेगा जब तक कि केंद्र की सरकार इन काले कानूनों को वापिस नहीं लेती हैं |
2020-11-26