टीजीटी कला संघ ने मुख्यमंत्री को सौंपा मांग-पत्र, प्रमोशन में देरी से खफा हुए शिक्षक

जिला के सेरा विश्राम गृह में मंगलवार को हिमाचल प्रदेश राजकीय टीजीटी कला संघ की प्रदेश कार्यकारिणी का एक प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से मिला। टीजीटी कला संघ ने 25 मुख्य मांगों का ज्ञापन सौंपा।

संघ के प्रदेशाध्यक्ष सुरेश कौशल और प्रदेश महासचिव विजय हीर सहित संघ के जिला हमीरपुर अध्यक्ष संजय वर्मा ने मुख्यमंत्री को टीजीटी कला संघ का विस्तृत मांग-पत्र सौंपते हुए स्कूलों को बंद करने की प्रक्रिया होल्ड करने की गुहार लगाई और स्कूलों को 2 माह तक नामांकन हेतु समय देने की अपील की। 13 अप्रैल की बजाय 15 जून तक स्कूलों को नामांकन मापदंड पूर्ण करने की मांग भी संघ ने प्रमुखता से उठाई है।

इसके अलावा फरवरी माह में शुरू पदोन्नति प्रक्रिया की सुस्त गति से संघ खफा है। टीजीटी से प्रवक्ता और हेडमास्टर पदोन्नति की प्रक्रिया 2 माह में भी पूरी न होने पर निराशा जताई है। अब तक प्रिंसिपल पदोन्नति भी नहीं हो सकी है, जबकि 31 मार्च 2023 को अनुबंध के 2 साल भी पूर्ण करने वाले शिक्षकों का नियमितीकरण अप्रैल माह में भी नजर नहीं आ रहा है क्योंकि इसका डाटा एकत्रण इस माह शुरू हुआ है। जिसकी अधिसूचना कुछ जिलों ने जारी नहीं की है। मुख्यमंत्री ने भी संघ को यथोचित अग्रिम कार्यवाही करने का आश्वासन दिया।

संघ के द्वारा प्रस्तुत मांग-पत्र में वेतन आयोग के तहत टीजीटी को हुए भारी घाटे और वेतन विसंगतियों के मामले, भर्ती नियमों में बदलाव और एनसीटीई नियमों अनुसार नियम बदलाव, हाई पावर कमेटी व नई शिक्षा नीति टास्कफोर्स का नए सिरे से गठन , प्रारम्भिक शिक्षा विभाग को स्थायी निदेशक देने, प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड अध्यक्ष का पद शिक्षक वर्ग से ही भरने, स्कूल डिनोटिफाइ करने की फाइल 6 माह होल्ड करने , टीजीटी को पंजाब समतुल्य आरंभिक वेतन देने, 3600 की जगह 3800 ग्रेड देकर 2012 के स्केल छीने जाने का समायोजन करने , टीजीटी को 20 साल सेवाकाल पर 2 इंक्रीमेंट देने, प्रोबेशन व राइडर की पेचीदगियां घटाने और वेतन निर्धारण में हुए नुकसान को घटाने की व्यवस्था करना, 70 हज़ार शिक्षकों की जेसीसी तय करने जैसे मुद्दे उठाए गए हैं। मुख्यमंत्री ने संघ को 25 मई के बाद सचिवलाय बैठक हेतु समय देने का आश्वासन भी दिया है, ताकि विस्तृत चर्चा इन मुद्दों पर हो सके।