Firing in Thailand : एक बयान के मुताबिक थाईलैंड के प्रधानमंत्री प्रयुत चान-ओ-चा ने अधिकारियों को जल्द से जल्द अपराधी को पकड़ने का आदेश दिया। प्रधानमंत्री ने गोलीबारी की घटना पर संवेदना व्यक्त की है। बताया जा रहा है कि इस गोलीबारी में मरने वालों की तादाद 36 तक पहुंच गई है।
बैंकॉक : थाईलैंड के एक प्री-स्कूल में हुई गोलीबारी में कम से कम 36 लोगों के मरने की खबर आ रही है। एक पूर्व पुलिस अधिकारी ने प्री-स्कूल चाइल्ड डेकेयर सेंटर पर इस गोलीबारी को अंजाम दिया है। देश के उत्तर-पूर्व में नोंग बुआ लाम्फू में हुए हमले के बाद बंदूकधारी ने सुसाइड कर लिया। पुलिस ने जानकारी दी है कि हताहतों में बच्चे और वयस्क भी शामिल हैं। पुलिस ने कहा कि हमलावर ने बच्चों और वयस्कों पर गोलियां बरसाईं और चाकू से हमला किया। खबरों में दावा किया जा रहा है कि हमलावर ने स्कूल में गोलीबारी के बाद अपनी पत्नी और बच्चे की भी हत्या कर दी और फिर खुदकुशी कर ली।
हमले का मकसद फिलहाल स्पष्ट नहीं है। नेशनल पुलिस के प्रवक्ता अचयों क्रैथोंग ने बताया कि घटना नोंग बुआ लाम्फू प्रांत की है। प्रवक्ता के मुताबिक कम से कम 36 लोगों के मरने की खबर है। हमलावर के लिए तलाशी अभियान चलाया जा रहा था। एक सरकारी प्रवक्ता ने कहा कि प्रधानमंत्री ने सभी एजेंसियों को कार्रवाई करने और अपराधी को पकड़ने के लिए सतर्क कर दिया था। थाईलैंड में बंदूक के मालिकों की दर क्षेत्र के कुछ अन्य देशों की तुलना में अधिक है।
PM ने दिया जल्द से जल्द अपराधी को पकड़ने का आदेश
एक बयान के मुताबिक थाईलैंड के प्रधानमंत्री प्रयुत चान-ओ-चा ने अधिकारियों को जल्द से जल्द अपराधी को पकड़ने का आदेश दिया। प्रधानमंत्री ने गोलीबारी की घटना पर संवेदना व्यक्त की है। इससे पहले दक्षिण-पश्चिम मेक्सिको के सैन मिगुएल टोटोलापन शहर में हुई गोलीबारी में करीब 18 लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में शहर के मेयर भी शामिल हैं। अपराधी गिरोह Los Tequileros पर इस हमले का आरोप लग रहा है।
अवैध हथियार थाईलैंड के लिए मुसीबत
थाईलैंड में बंदूकों के आंकड़ों में अवैध हथियारों की एक बड़ी संख्या शामिल नहीं है जिनमें से कई हथियार लंबे समय से संघर्षग्रस्त पड़ोसियों से सीमाओं के पार से लाए जा रहे हैं। बड़े पैमाने पर गोलीबारी की घटनाएं दुर्लभ हैं लेकिन साल 2020 में ऐसी ही एक घटना ने थाईलैंड को चौंका दिया था। एक प्रॉपर्टी डील से नाराज एक सैनिक ने चार इलाकों में अंधाधुंध गोलियां बरसाईं थीं। इसमें 29 लोगों की मौत और 57 लोग घायल हुए थे।