बौद्ध भिक्षुओं के देश थाईलैंड में गोलियों की गरज ने कई मासूमों सहित 37 लोगों की जान ले ली है. गुरुवार को पूर्वोत्तर थाईलैंड के एक ‘डे केयर सेंटर’ में एक शख्स ने गोलीबारी कर दर्जनों बच्चों और शिक्षकों की हत्या कर दी. हमलावर ने घटनास्थल से भागने के दौरान भी गोलीबारी की जिससे कई और लोग घायल हो गए.
37 लोगों की जान लेने वाला कौन?
दर्जनों मासूमों सहित अन्य लोगों को अपनी गोलियों का निशाना बनाने वाला ये शख्स एक पूर्व पुलिस अधिकारी है. 37 लोगों की मौत के बाद ये हादसा थाईलैंड के इतिहास में सबसे बड़ा खूनी खेल बन कर सामने आया है. पुलिस ने इस संबंध में बताया कि हमलावर पहले पुलिस फोर्स का हिस्सा था, जिसे नशीले पदार्थ से जुड़े मामले में पुलिस सेवा से बर्खास्त कर दिया गया था. इस पूर्व पुलिस अधिकारी का खूनी खेल यहीं नहीं थमा, इसने घर जाकर अपनी पत्नी और बेटे की भी हत्या कर दी. इन सबके बाद हमलावर ने खुद को भी गोली मार आत्महत्या कर ली.
दिल दहला देने वाला हादसा
घटना स्थल से आने वाली पहले की तस्वीरों ने दुनिया भर को विचलित कर दिया है. जिन लोगों ने मौके पर पहुंच कर सबसे पहले तस्वीरें लीं, उनमें देखा गया कि स्कूल के फर्श पर दोपहर के समय आराम कर रहे छोटे-छोटे बच्चों के शव उनके कंबलों में लिपटे हुए हैं. तस्वीरों में दिख रहे इस खूनी खेल को देख हर किसी का मन कांप उठा. बच्चों के सिर पर कटने व गोली के निशान थे और वे खून से लथपथ थे.
बच्चों की उम्र मात्र 2 से 3 साल थी
सरकारी प्रसारक थाईपीबीएस के एक शिक्षिका ने घटना के बारे में बताया कि पूर्व पुलिस अधिकारी कार से बाहर निकला और दोपहर का खाना खा रहे व्यक्ति पर गोली चला दी. इसके बाद उसकी गोलियां रुकी नहीं. उन्होंने बताया कि जब हमलावर बंदूक में गोली भर रहा था, तब वह मौका पाकर स्कूल के अंदर चली आईं. उन्होंने आगे कहा कि, वह वापस दौड़कर वहां पहुंची, वहां 2 से 3 साल के बच्चे सो रहे थे.’’
थाईलैंड के सबसे गरीब इलाकों में से एक पूर्वोत्तर थाईलैंड स्थित नोंग बुआ लाम्फू शहर में हुए इस हमले के एक अन्य चश्मदीद ने बताया कि डे केयर के कर्मी ने जब बंदूकधारी हमलावर को देखा तो उसने दरवाजा बंद कर लिया, लेकिन हमलावर गोली चलाते हुए अंदर दाखिल हो गया. हमले में मारी गई एक शिक्षिका की गोद में घटना के समय बच्चा था.
सार्जेंट था हमलावर
पुलिस प्रवक्ता ने इस संबंध में बताया कि कम से कम 10 अन्य लोग घायल हुए हैं जिनमें से छह की हालत गंभीर है. पुलिस ने हमलावर की पहचान 34 वर्षीय पूर्व पुलिस अधिकारी पन्या कामराप के तौर पर की है. स्थानीय पुलिस प्रमुख दामरोंगसाक कित्तीप्रफा ने फेसबुक पोस्ट में बताया कि संदिग्ध को जब पुलिस सेवा से बाहर किया गया तब वह सार्जेंट के पद पर तैनात था. नशीले पदार्थ के मामले में उसे शुक्रवार को अदालत में पेश होना था. उन्होने कहा कि आशंका है कि हमलावर ने डे केयर को हमले के लिए चुना क्योंकि यह उसके घर के करीब था.
इस संबंध में थाईलैंड के प्रधानमंत्री प्रयुथ चान ओचा ने कहा कि शुरुआती जानकारी के मुताबिक पूर्व अधिकारी को निजी समस्या थी. प्रधानमंत्री की शु्क्रवार को घटनास्थल का दौरा करने की योजना है. उनका कहना है कि जो हुआ वो सब नहीं होना चाहिए था. वह पीड़ितों और उनके परिजनों के लिए दुखी हैं.’’