वर्ष 2012 में आयकर विभाग ने ठाकुर बांकेबिहारी जी के नाम से मंदिर को नोटिस जारी कर आय को सार्वजनिक करने के लिए कहा था। मंदिर कमेटी ने कोई जवाब नहीं दिया। नोटिस के बाद बांकेबिहारी के नाम से आयकर रिटर्न दाखिल करने की प्रक्रिया शुरू हुई।
बांकेबिहारी का दरबार
मथुरा वृंदावन के ठाकुर बांकेबिहारी ने भी अपना आयकर चुका दिया है। ठाकुर जी ने साढ़े तीन करोड़ रुपये आयकर के रूप में जमा किया है। इस समय दान के रूप में उनकी मासिक आय चार से पांच करोड़ रुपये है। उनके बैंक खाते में 248 करोड़ रुपये जमा बताए गए हैं।
नोटिस के बाद भरा आयकर रिटर्न
मंदिर प्रबंधन के अनुसार वर्ष 2012 में आयकर विभाग ने ठाकुर बांकेबिहारी जी के नाम से मंदिर को नोटिस जारी कर आय को सार्वजनिक करने के लिए कहा था। मंदिर कमेटी ने कोई जवाब नहीं दिया। नोटिस के बाद बांकेबिहारी के नाम से आयकर रिटर्न दाखिल करने की प्रक्रिया शुरू हुई, जो दस साल तक चली। पिछले साल दान की वार्षिक धनराशि 20 करोड़ के आंकड़े को पार कर गई।
साढ़े तीन करोड़ रुपये का जमा किया आयकर
इसके सापेक्ष सेवार्थ कार्य नहीं हो पाए। ऐसे में बांके बिहारी को वित्तीय वर्ष 2021-2022 की आय पर पिछले सितंबर में साढे़ तीन करोड़ रुपये आयकर के रूप में चुकाने पड़े। मंदिर के प्रबंधक प्रशासन उमेश सारस्वत ने बताया कि ठाकुर जी की ओर से मंदिर प्रबंधन द्वारा सितंबर 2022 में साढ़े तीन करोड़ रुपये आयकर जमा किया था।