गाजियाबाद के साहिबाबाद के लोनी-भोपुरा रोड पर बिहारी होटल के बाहर राष्ट्रीय कुश्ती खिलाड़ी अरुण की हत्या के आरोपी कल्लू पंडित को बृहस्पतिवार रात पौने दो बजे पुलिस ने फर्रुखनगर में मुठभेड़ के दौरान गोली मारकर घायल कर दिया। पुलिस उसे करनगेट चौकी से गिरफ्तार कर फर्रुखनगर में गाड़ी बरामद करने के लिए ले गई थी। वहां उसने उपनिरीक्षक सुभाष चंद की सरकारी पिस्टल छीन ली। भागते हुए पुलिस ने चारों तरफ से घेर लिया तो उसने पिस्टल से फायर कर दिया। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने पैर में गोली मार दी। पूछताछ में बताया कि फर्रुखनगर में प्रापर्टी डीलर दोस्त सत्यप्रकाश का ऑफिस है। अरुण की हत्या से पहले कल्लू ने सत्यप्रकाश के बेटे मोहित भाटी और उसके मौसेरे भाई सचिन गुर्जर के साथ शराब पी थी। पुलिस अधीक्षक ज्ञानेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि जावली गांव निवासी अरुण की हत्या के आरोपियों की तलाश में पुलिस टीमें लगातार बागपत, मेरठ और गाजियाबाद में जगह-जगह दबिश दे रही थी।
पुलिस अधीक्षक ज्ञानेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि जावली गांव निवासी अरुण की हत्या के आरोपियों की तलाश में पुलिस टीमें लगातार बागपत, मेरठ और गाजियाबाद में जगह-जगह दबिश दे रही थी।
इसी बीच मुख्य आरोपी चिरंजीव शर्मा उर्फ कल्लू पंडित पुलिस से छिपते हुए परिजनों से मिलने जा रहा था। सूचना मिलने पर पुलिस ने उसे करनगेट चौकी के पास दबोच लिया। इसके बाद उसकी सिलेरियो गाड़ी को बरामद करने के लिए पुलिस उसे फर्रुखनगर लेकर जा रही थी। वहां उसने उपनिरीक्षक सुभाष चंद को धक्का देकर उनकी सरकारी पिस्टल छीन ली।
इसके बाद भागते हुए झाड़ियों में छुप गया। सूचना पर टीलामोड़ थाने का पुलिस बल मंगाया गया। सीओ साहिबाबाद पूनम मिश्रा भी टीम के साथ पहुंच गईं। एसओजी टीम ने घेरकर उसे बाहर आने के लिए कहा तो कल्लू ने सरकारी पिस्टल से पुलिस पर फायर कर दिया।
गनीमत रही कि गोली किसी को नहीं लगी। पुलिस ने जवाबी फायरिंग में कल्लू के पैर में गोली मारकर उसे घायल कर दिया। इसके बाद एक खेत में झाड़ियों के बीच से सिलेरियो गाड़ी बरामद की। पूछताछ में उसने बताया कि फर्रुखनगर में राजपुर निवासी प्रापर्टी डीलर सत्यप्रकाश का ऑफिस है।
दोनों आपस में अच्छे दोस्त भी हैं। 25 अक्तूबर की रात हत्या से पहले उसने सत्यप्रकाश के बेटे मोहित भाटी और उसके मौसेरे भाई सचिन गुर्जर के साथ बैठकर शराब पी थी। इसके बाद तीनों गाड़ी से लोनी भोपुरा के होप्स किचन में खाना खाने पहुंचे। वहां पर रेस्तरां बंद था।
दरवाजा बंद करने को लेकर हुआ था विवाद
कल्लू ने पुलिस को बताया कि बिहारी होटल के बाहर अरुण की गाड़ी थी। उसने भी बराबर में अपनी गाड़ी खड़ी कर दी। उसने अरुण से दरवाजा बंद करने के लिए कहा था जबकि अरुण के दोस्त दीपक ने पुलिस को बताया था कि कल्लू ने गाड़ी को बिल्कुल सटाकर खड़ा कर दिया था जिससे अरुण की तरफ का गेट नहीं खुल रहा था।
फिलहाल गाड़ी का गेट बंद करने को लेकर दोनों के बीच बहस हो गई। विवाद बढ़ने पर कल्लू ने ईंट से गाड़ी का शीशा तोड़कर अरुण को बाहर खींच लिया और सरेआम सड़क पर गिराकर ईंटों से पीट-पीटकर हत्या कर दी थी।
मौसेरे भाईयों की तलाश में मेरठ और गाजियाबाद में दबिश जारी
सीओ पूनम मिश्रा का कहना है कि फरार मौसेरे भाई सचिन गुर्जर और मोहित भाटी की तलाश मेरठ और गाजियाबाद में दबिश दी जा रही है । उनका मोबाइल नंबर भी बंद है। लिहाजा सर्विलांस टीम को दोनों की आगे की लोकेशन नहीं मिल रही है।