अमेरिकी एजेंसी ने गलती से लखनऊ के युवक को अल्बानिया में किया गिरफ्तार, जानिए आखिर पूरा मामला है क्या?

Lucknow News: नितिन के पिता वासुदेव ने कहा कि मेरे लिए यह विश्वास करना मुश्किल है कि कभी स्कूल में भी झगड़ा नहीं करने वाला बेटा विदेश में ड्रग्स तस्करी के केस में गिरफ्तार हो सकता है। वकील हरजोत ने बताया कि प्रथम दृष्ट्या तो यह मामला ही गलत पहचान से जुड़ा हुआ लग रहा है। या फिर नितिन की जानकारी चुराकर उन्हें जबरन आरोपी बना दिया गया है।

लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के 31 साल के बिजनसमैन नितिन मिश्रा रेडीमेड कपड़ों के अपने लोकल ब्रांड के प्रमोशन के सिलसिले में यूरोपीय देश अल्बानिया में गए हुए थे। दो सप्ताह पहले उन्हें ड्रग्स तस्करी के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया। परिवार और वकील को इस संबंध में कोई जानकारी नहीं दी गई। बेटे से संपर्क नहीं होने पर घरवाले परेशान हो गए। अल्बानिया के डेली न्यूजपेपर के जरिए परिजन को नितिन के गिरफ्तार हो जाने की जानकारी हुई।
अल्बानिया की राजधानी तिराना में 14 अक्टूबर को नितिन मिश्रा को हिरासत में ले लिया गया। इस बारे में किसी को कोई जानकारी नहीं हुई। समाचार पोर्टल के माध्यम से खबर मिलने के बाद परिवार ने वकील विवेक राय से संपर्क किया। विवेक ने ब्रिटेन में रहने वाले एडवोकेट हरजोत सिंह से बात कराई, जो विदेशी जमीन पर भारतीय नागरिकों को गिरफ्तार किए जाने के कई केस देखते रहे हैं।

हरजोत ने हमारे सहयोगी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत में बताया, ‘केस के बारे में हम यूरोपियन कोर्ट ऑफ ह्यूमन राइट्स को लिखेंगे। किसी भारतीय नागरिक को विदेश में ड्रग तस्करी केस में बिना दूतावास को जानकारी दिए गिरफ्तार नहीं किया जा सकता है। हम आगे विदेश मंत्रालय और पीएमओ से भी हस्तक्षेप की याचिका करेंगे।’
अल्बानिया के अधिकारियों के अनुसार स्थानीय पुलिस और अमेरिका की ड्रग्स इन्फोर्समेंट एडमिनिस्ट्रेशन (DEA) के संयुक्त ऑपरेशन में नितिन को अरेस्ट किया गया है। ब्रिटेन में वकालत करने वाले हरजोत ने बताया कि उनकी टीम ने अल्बानियन अथॉरिटी में नितिन को काउन्सिल नहीं मुहैया कराए जाने की शिकायत की है। प्रथम दृष्ट्या तो यह मामला ही गलत पहचान से जुड़ा हुआ लग रहा है। या फिर नितिन की जानकारी चुराकर उन्हें जबरन आरोपी बना दिया गया है।

वहीं लखनऊ में नितिन के पिता वासुदेव ने बताया कि परिवार में केवल नितिन ही इकलौता कमाई करने वाला है। उन्होंने बताया, ‘मेरा फास्ट फूड का बिजनस था, जो कोरोना के दौरान बंद हो गया था। मेरी पत्नी को कैंसर है। और अब बेटे के साथ दूर देश में ऐसा हो गया। मेरे लिए यह विश्वास करना मुश्किल है कि कभी स्कूल में भी झगड़ा नहीं करने वाला बेटा विदेश में ड्रग्स तस्करी के केस में गिरफ्तार हो सकता है। वह दिल्ली में पढ़ाई और नौकरी करने के बाद 4 साल पहले घर लौट आया था। अब यहीं पर गारमेंट बिजनस में लगा हुआ था।’