हिमाचल प्रदेश के समीप के राज्यों में पक्षियों की असमान्य मृत्यु तथा प्रदेश के कांगड़ा जिला में पौंग वेट लैण्ड में वर्ड फ्लू की पुष्टि के उपरान्त सोलन जिला में इस दिशा में सभी एहतियाती पग उठाए जा रहे हैं। यह जानकारी आज यहां पशुपालन विभाग के उप निदेशक डाॅ. बीबी गुप्ता ने दी।
डाॅ. गुप्ता ने कहा कि उपायुक्त सोलन केसी चमन ने इस मामले में प्रदेश सरकार के निर्देशानुसार त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
उपनिदेशक ने कहा कि सोलन जिला में उपरोक्त के दृष्टिगत 01 जिला स्तरीय तथा 04 उपमण्डल स्तरीय रेपिड रिस्पाॅन्स टीमें गठित की गई हैं। उन्होंने कहा कि यह टीमें पक्षियों की असमान्य मृत्यु होने पर तुरन्त नमूने एकत्रित कर बर्ड फ्लू की पुष्टि के लिए इन्हें क्षेत्रीय रोग निदान प्रयोगशाला जालन्धर भेजेंगी। उन्होंने कहा कि जिला के सभी पशु चिकित्सकों को सिरों-सर्वेक्षण की आवृति बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं।
उन्होंने कहा कि सोलन जिला की अन्तराज्यीय सीमा पर बीमार तथा मृत पक्षियों को ला रहे वाहनों का प्रवेश रोकने के लिए पशुपालन परिचारकों की टीम 24ग7 तैनात रहेगी।
डाॅ. गुप्ता ने कहा कि 06 जनवरी, 2021 को सोलन के परवाणू के समीप चक्की मोड़ पर लगभग 500 मृत पक्षी फैंके हुए पाए गए थे। बर्ड फ्लू की सम्भावना के दृष्टिगत मौके पर जिला स्तरीय रेपिड रिस्पाॅन्स टीम को भेजा गया। इस टीम ने निरीक्षण कर मृत पक्षियों के नमूने सम्भावित बर्ड फ्लू की पुष्टि के लिए क्षेत्रीय रोग निदान प्रयोगशाला जालन्धर भेजे तथा मृत पक्षियों को स्थापित नियमावली के अनुसार दबा दिया।
उन्होंने कहा कि जिला के पशु पालन विभाग की टीम किसी भी सम्भावित खतरे से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है।
2021-01-06