बर्फ में फंसी बुजुर्ग महिला के लिए फरिश्ता बनकर आई सेना, कंधे पर उठाकर सुरक्षित स्थान तक पहुंचाया

जम्मू कश्मीर की एक 80 साल की बुजुर्ग महिला के लिए भारतीय सेना देवदूत बनकर आई. चिनार कॉर्प्स के जवानों ने बीमार महिला को जम्मू कश्मीर के बारामुला के दूर-दराज के गांव से रेस्क्यू किया. भारी बर्फबारी के बीच सेना के जवानों ने महिला को सुरक्षित स्थान तक पहुंचाया.

जवानों ने बचाई बुजुर्ग महिला की जान

indian army saves 80 year old woman amidst heavy snowfallTwitter

ANI की रिपोर्ट के अनुसार, जवानों ने अपने जान की परवाह नहीं की. भारी बर्फबारी के बीच, कई मीटर मोटी बर्फ पर चलते हुए सेना के जवान महिला के गांव तक पहुंचे. बीते शुक्रवार को जवानों ने महिला को रेस्क्यू कर अस्पताल तक पहुंचाया.

सेना द्वारा जारी किए गए आधिकारिक स्टेटमेंट के अनुसार, ’20 जनवरी की सुबह, पारो स्थित भारतीय सेना डिटेचमेंट के पास जबरी गांव के मीर मोहम्मद का फोन आया. मीर मोहम्मद की 80 साल की पत्नी को तेज बुखार था, उल्टियां हो रही थी और पेटदर्द की शिकायत थी.’

चिनार कॉर्प्स ने किया ट्वीट

 

चिनार कॉर्प्स ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से ट्वीट के जरिए भी जानकारी दी. ट्वीट के अनुसार, ‘चिनार वॉरियर्स ने इमरजेंसी डिस्ट्रेस कॉल का जवाब दिया और 80 साल की बुजुर्ग महिला को बारामुला के दूर-दराज के गांव जबरी से रेस्क्यू किया. सेना के जवानों ने पैदल मिहला को रोड तक और फिर पीएचसी तक पहुंचाया.’

चिनार कॉर्प्स ने कुछ तस्वीरें शेयर की हैं. इन तस्वीरों में सेना के जवान महिला को कंधे पर ले जाते नज़र आ रहे हैं. तस्वीरों में बर्फ़ से ढका आस-पास का इलाका भी नज़र आ रहा है.

लोगों की प्रतिक्रिया

ट्विटर पर लोगों ने सेना की बहादुरी को सलाम किया.

 

बारामुला के घघ्घर के पास हपत खाई नाला पार करने में स्थानीय लोगों को दिक्कत होती थी. आम जनता को राहत पहुंचाने के लिए कुछ दिनों पहले चिनार कॉर्प्स के जवानों ने लकड़ी का पुल तैयार किया. इस पुल से महिलाओं और स्कूल जाने वाले बच्चों की परेशानियां कम होंगी.