कोरोना लॉकडाउन के बाद करीबन सभी वर्गों का काम खुल चुका है | सभी से बंदिशें उठ चुकी है | लेकिन अभी भी एक ऐसा वर्ग है जिस पर सरकारी बंदिशें लगी हुई हैं | यह वह वर्ग है जो किसी न किसी माध्यम से लोगों का मनोरंजन करता था वह सुरीले गीत गा कर और नाच कर या धार्मिक आयोजन कर लोगों की मानसिक परेशानी और तनाव को दूर करता था | लेकिन आज यह वर्ग खुद मानसिक परेशानी से जूझ रहा है | क्योंकि सभी आयोजन बंद है आय के साधन खत्म हो चुके है | खर्चे कम होने की बजाए बढ़ते जा रहे है | जिसकी वजह से दूसरों को ख़ुशी देने वाले कलाकार आज तनाव से गुजर रहे है
उनकी सुध लेने वाला कोई दिखाई नहीं दे रहा है | उनके साथ साथ डीजे और टैंट का काम करने वाले भी इसी परेशानी से गुजर रहे है | छोटा कलाकार हो या बड़ा जैसे हिमाचली मुंडा , विक्की चौहान ,ममता भरद्वाज ,सुशील कुमार , डॉनी राणा ,अनुज शर्मा ,संजीव दीक्षित , सोहन सिंह ,धीरज शर्मा , मोहित गर्ग ,सुरेश वर्मा ,पियूष राज ,परमजीत पम्मी ने एकत्र हो कर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से गुहार लगाई है कि वह उनके लिए कोई नीति बनाए और उनके व्यवसाय को सुचारु करने के लिए मदद के लिए आगे आएं | सभी कलाकार बेहद चिंतित है और उनका कहना है कि कोरोना लगातार बढ़ता जा रहा है | ऐसे में प्रतीत हो रहा है कि उनका व्यवसाय आगे भी नहीं चल पाएगा | ऐसे में उनका गुजारा कैसे होगा यह एक बड़ी समस्या उनके समक्ष है | जिसका वह प्रदेश सरकार से हल चाहते है |