टोक्यो. जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की आज गोली मार कर हत्या कर दी गई. ये घटना उस वक्त हुई जब आबे जापान के नारा शहर में एक रैली को संबोधित कर रहे थे. घटना को अंजाम देने वाले संदिग्ध शख्स को पुलिस ने मौके से ही गिरफ्तार कर लिया है. हमलावर ने पूर्व पीएम को पीछे से गोली मारी. पुलिस ने उसके पास से बंदूक भी बरामद कर ली है. शिंजो आबे की मौत के बाद जापान में 9 जुलाई (शनिवार) को एक दिन के राष्ट्रीय शोक का ऐलान किया गया है.
द जापान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, शिंजो आबे को गोली मारने वाले संदिग्ध आरोपी का नाम तेत्सुया यामागामी है. उसकी उम्र 42 साल है. वह नारा शहर का ही रहने वाला है. नारा शहर क्योटो के पास ही पड़ता है. बताया जाता है कि वह जापान के नेवी का पूर्व सैनिक रहा है. 2005 में वह रिटायर हो गया था. पुलिस अभी उससे पूछताछ कर रही है.
आबे से नाखुश था हमलावर
जापानी मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, आरोपी ने पूछताछ में हत्या का प्रयास करने की बात कबूली है. उसने बताया है कि वह आबे से ‘असंतुष्ट’ था. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, शिंजो आबे को गोली मारने वाला शख्स पत्रकार बनकर कार्यक्रम में पहुंचा था. वह साथ में हैंडगन रखा हुआ था. हमलावर ने बंदूक को कैमरा की तरह लेकर आया था.
द जापान टाइम्स के रिपोर्ट योमिउरी शिंबुन घटना के वक्त मौके पर ही थे. उन्होंने मीडिया को बताया कि पूर्व पीएम शिंजो आबे कार्यक्रम स्थल पर 11 बजकर 20 मिनट पर पहुंचे थे. जैसे ही वह लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी के काउंसलर उम्मीदवार का परिचय देने लगे, पीछे से एक युवक ने फायर कर दिया। उस वक्त तेज आवाज सुनाई दी. युवक के पास लंबी ट्यूब जैसा कोई हथियार था.
आबे को एक आक्रामक नेता माना जाता है. शिंजो को आंत से जुड़ी बीमारी अल्सरट्रेटिव कोलाइटिस थी, इसकी वजह से उन्हें 2007 में प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था.
15 मिनट बाद पहुंची एंबुलेंस
जापान के पत्रकार योमिउरी शिंबुन के अनुसार, पूर्व पीएम को गोली लगने के 15 मिनट बाद वहां एंबुलेंस पहुंची. इससे उन्हें अस्पताल ले जाया गया. तब तक काफी खून बह गया था. गोली लगने के बाद आबे को दिल का दौरा भी पड़ा था. 67 साल के आबे पहले से ही गंभीर बीमारियों से जूझ रहे थे.