Fat To Fit Transformation Story: 16 साल के रौनक स्वरूप बैंगलोर में रहते हैं। कोविड-19 के दौरान वजन 70 के पार हो जाने पर थकान से परेशान रहते थे। लेकिन संतुलित डाइट और हफ्ते में 5 दिन वर्कआउट करके कुछ ही महीनों में 12kg वेट लॉस कर लिया।
मोटापा समय के साथ खुद तो बढ़ता ही है, साथ ही कई तरह की बीमारियों का जोखिम भी बढ़ता है। जिससे लंबे समय में जानलेवा स्थिति पैदा हो सकती है। बॉडी में जरूरत से ज्यादा चर्बी जमा होने से बॉडी का कोलेस्ट्रॉल, ब्लड प्रेशर बढ़ने लगता है। साथ ही हार्ट डिजीज, स्ट्रोक और गॉलब्लैडर में खराबी जैसे परेशानियों का भी सामना करना पड़ सकता है। हालांकि, वक्त पर वजन को कंट्रोल कर लेने से काफी हद तक इन गंभीर बीमारियों से बचा जा सकता है। ऐसी ही समझदारी 16 साल के रौनक ने दिखाई।
कोविड-19 के दौरान वजन बढ़ने पर रौनक को इस बात का एहसास हुआ कि यदि वह लंबे समय तक ऐसे वजन के साथ रहें, तो भविष्य में निश्चित ही उन्हें कोई गंभीर बीमारी हो सकती है। फिर क्या था उन्होंने तुरंत जोखिमों को समझा और वेट लॉस में जुट गए। पक्के मन के साथ रौनक ने सही खाने और नियमित रूप से व्यायाम से 1 साल में 12 किलो वेट लॉस कर लिया। चलिए जानते हैं- कैसी थी रौनक स्वरूप की फैट लॉस जर्नी
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नाम- रौनक स्वरूप
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पेशा- स्टुडेंट
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आयु- 16
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शहर- बैंगलोर
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उच्चतम वजन दर्ज किया गया- 71 – 73
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वजन घटाया- 12 किलो
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वजन कम करने में लगा समय- 1 वर्ष
(फोटो क्रेडिट- TOI)
टर्निंग प्वाइंट
रौनक बताते हैं कि COVID-19 महामारी दौरान वेट बढ़ने के बाद मुझे एहसास हुआ कि मैं आने वाले समय में कई बीमारियों से घिर सकता हूं। इसी के साथ मैंने मन बना लिया कि मैं वेट लॉस करूंगा।
ऐसे किया वेट लॉस डाइट प्लान
1. नाश्ता
1 गिलास दूध के साथ पोच्ड अंडे/ आमलेट/ गेहूं की ब्रेड/ फल
2. लंच
ब्राउन राइस के साथ पनीर/ब्राउन राइस में अंडा/ पनीर पराठा
3. डिनर
नियमित घर का बना खाना
4. प्री-वर्कआउट मील
ड्राई फ्रूट्स, केला
5. पोस्ट-वर्कआउट मील
ब्रेड के साथ पीनट बटर/ शेक जिसमें केला और पीनट बटर होता है
6. चीट मील
पिज्जा, बर्गर, फ्राइज, आइसक्रीम
वेट लॉस के दौरान पता चला फिटनेस सीक्रेट!
मैंने महसूस किया कि फिटनेस एक लंबी यात्रा है और अपने लक्ष्यों को पूरा करने में समय लगता है। कई लोग कहते हैं कि वजन कम करना आसान है… लेकिन वास्तव में ऐसा नहीं है। आपको समय पर इस बात का अहसास होना जरूरी है कि यह आपका शरीर है। आपको तय करना है कि आप जीवन कैसे जीना चाहते हैं।
हमेशा अपने लक्ष्य को लेकर फोकस्ड रहें। वेट लॉस जर्नी में मैंने भटकाव से बचने के लिए म्यूजिक सुनने जैसी गतिविधियां की। आप भी ऐसे ही कुछ अपने लिए खोज सकते हैं।
ओवरवेट होने का सबसे कठिन पार्ट क्या था?
अधिक वजन होने से मैं एक्टिव नहीं रह पाता था। मुझे बहुत जल्दी थकान हो जाती थी। मेरे बॉडी में इतनी चर्बी जमा हो गयी थी कि वेट लॉस जर्नी शुरू करने के 3 महीने बाद तक कोई बदलाव नहीं दिखता था। हालांकि, इसके बाद मेरा वजन कम होना शुरू हो गया, जो काफी प्रेरक था।