पुरुष टीम के खराब प्रदर्शन को लेकर आलोचनाओं का शिकार हो रही पीसीबी (पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड) के लिए एक और बुरी खबर आई है। महिला क्रिकेट टीम की कप्तान बिस्माह मारूफ ने खुले मंच पर बोर्ड की आलोचना की है।
बिस्माह मारूफ
टी20 वर्ल्ड कप में खराब प्रदर्शन के बाद पाकिस्तानी टीम प्रशंसकों के निशाने पर है। उसने चार में से सिर्फ दो मैच जीते हैं। उसके ऊपर टूर्नामेंट से बाहर होने का खतरा मंडरा रहा है। पुरुष टीम के खराब प्रदर्शन को लेकर आलोचनाओं का शिकार हो रही पीसीबी (पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड) के लिए एक और बुरी खबर आई है। महिला क्रिकेट टीम की कप्तान बिस्माह मारूफ ने खुले मंच पर बोर्ड की आलोचना की है।
घरेलू मैदान पर आयरलैंड के खिलाफ पाकिस्तानी महिला टीम को सीरीज खेलनी है। सीरीज से पहले प्रेस कांफ्रेंस में मारूफ ने चौंकाने वाले खुलासे किया। उन्होंने बताया कि लंबे समय टीम के वेतन में बढ़ोतरी नहीं हुई है। एक तरफ भारत और न्यूजीलैंड ने पुरुष और महिला टीम के प्रति मैच मिलने वाली राशि को समान कर दिया है तो दूसरी ओर पाकिस्तान अभी तक वेतन बढ़ोतरी को लेकर ही जूझ रहा है।
लाहौर में मारूफ ने कहा, ”मुझे लगता है कि महिला क्रिकेटर भी काफी ज्यादा मेहनत करती हैं, लेकिन इसमें कोई शक नहीं कि पाकिस्तान में महिला खिलाड़ियों को भारत, इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों की बराबरी करने के लिए काफी तरक्की करने की जरूरत है। बोर्ड ने हाल के दिनों में खिलाड़ियों को कुछ इनाम दिए हैं। वहीं, अच्छी कोचिंग सुविधाएं भी उपलब्ध करवाई हैं, लेकिन वेतन न बढ़ाना जरूर उन्हें और टीम को खटक रहा है।”
हाल ही में बीसीसीआई ने बड़ा एलान किया था। उसने बताया था कि अब भारतीय महिला खिलाड़ियों की मैच फीस भी पुरुष खिलाड़ियों के बराबर होगी। बीसीसीआई की एजीएम में हाल ही में यह फैसला लिया गया था कि महिला आईपीएल का पहला सीजन 2023 में खेला जाएगा। इसके बाद बोर्ड ने यह बड़ा फैसला लिया था। पाकिस्तान के साथ अन्य देशों के क्रिकेट बोर्ड पर भी इसके लिए अब दबाव बढ़ रहा है।