मुख्यमंत्री की दौड़ से पार्टी को पहुंचता है नुकसान मैं तो पार्टी का सिपाही हूँ

कांग्रेस हाईकमान ने एक बार फिर वीरभद्र परिवार को कांग्रेस संगठन चलाने पर विश्वास जताया है। प्रतिभा वीरभद्र सिंह को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद एक बार फिर वीरभद्र गुट सक्रिय हो चुका है। वही सोलन सदर विधायक और पूर्व मंत्री कर्नल धनीराम शांडिल ने हिमाचल प्रदेश में पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के चेहरे को लेकर अपनी बात रखी है,उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ऐसी शख्सियत थे जिनका कोई भी मुकाबला नहीं था और उनकी कभी भी पूर्ति नहीं की जा सकती है। उन्होंने कहा कि लेकिन संगठन मजबूत होना चाहिए, उन्होंने कहा कि पंडित जवाहरलाल नेहरू,राजीव गांधी न जाने कितने नेता इस दुनिया से चले गए लेकिन संगठन फिर भी मजबूत रहा,ऐसे में पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के बाद भी संगठन मजबूत रहेगा लेकिन उनके जैसा चेहरा हिमाचल को नहीं मिल सकता है।

वहीं दूसरी ओर कर्नल शांडिल ने खुद को सीएम चेहरा मानने से इनकार कर दिया है उन्होंने कहा कि वे एक कांग्रेस के सच्चे सिपाही है, वे कभी भी किसी भी दौड़ में नहीं रहते है। उन्होंने कहा कि उनकी सबसे पहली प्राथमिकता कांग्रेस को मजबूत करना है ताकि सत्ता वापसी की राह आसान हो सके। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता मिलजुल कर कार्य कर रहे हैं, जब कांग्रेस विधानसभा चुनाव जीतेगी उसके बाद खुद हाईकमान सीएम चेहरा चुनेगा।