अपने प्यारे डॉगी को एक चिट्ठी के साथ बेंच से बांध गया बच्चा, दिल को छू लेगी इस मासूम की चिट्ठी

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एक बच्चे का अपने कुत्ते के प्रति स्नेह देख कर समझ आता है कि प्रेम का मतलब साथ रहना ही नहीं होता, बल्कि कई बार प्रेम के लिए अपनों को खुद से दूर भी करना पड़ता है. इस बच्चे ने भी अपने कुत्ते के साथ ऐसा ही प्रेम निभाया और उसे एक चिट्ठी के साथ खुद से दूर कर दिया.   

एक चिट्ठी के साथ बेंच से बंधा डॉगी

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आश्रय मैस्कॉटस कोयोकैन के मार्सेला गोल्डबर्ग ने एक पार्क में एक बेंच पर गले में पट्टा पहने एक गोल्डन रिट्राइवर डॉग को बैठे देखा, जो बेंच से बंधा हुआ था. कुत्ता बेहद डरा हुआ था और पूरे दिन से भूखा-प्यासा था. कुत्ते के पास एक चिट्ठी भी थी जिसे उसके पुराने मालिक के नन्हें से बेटे ने लिखा था. इस प्यारे डॉगी को एक नए घर की तलाश थी. बच्चे ने कुत्ते के संबंध में जो चिट्ठी लिखी थी उसे पढ़ते ही किसी का भी दिल भर आए. 

चिट्ठी ने लड़के ने डॉगी का नाम बोस्टन बताया था उ. वो लड़का चाहता था कि उनके प्यारे बोस्टन को प्यार करने वाले मालिक और घर मिले. बच्चे ने चिट्ठी में ये भी बताया था कि जिस डॉगी को वो इतना प्यार करता है उसे उसने इस तरह से लावारिस क्यों छोड़ा. 

बच्चे ने लिखी मार्मिक चिट्ठी 

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दरअसल बच्चे की लिखी चिट्ठी के मुताबिक उसके घरवाले गोल्डन रिट्राइवर नस्ल के बोस्टन के साथ बहुत बुरा सलूक करते थे. मारते पीटते और खाने के लिए भी तड़पाते थे. वह अपने प्यारे डॉगी को इस तरह से तड़पता नहीं देख सकता था. यही वजह थी कि उसने उसे इस उम्मीद के साथ पार्क में एक चिट्ठी के साथ लावारिस छोड़ दिया कि कोई नेक दिल इंसान बोस्टन को अपना लेगा और उसका अच्छे से ख्याल रखेगा. 

बताई खुद से दूर करने की वजह 

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मार्सेला गोल्डबर्ग ने पाया कि बच्चे ने अपनी चिट्ठी में लिखा था, ‘कृपया, मैं आपसे इस प्यारे कुत्ते को अपनाने की विनती करता हूं. उम्मीद है आप उसकी अच्छी देखभाल करेंगे. अपने कुत्ते को यहां छोड़ना मेरे लिए लिए कष्टदायक है लेकिन मुझे ये फैसला लेना पड़ा क्योंकि मेरा परिवार उसके साथ दुर्व्यवहार करता था और उसे उस हालत में देखकर मुझे हमेशा दुख होता था.’ 

मार्सेला ने बोस्टन को जैसे ही बेंच से खोला वो कुछ राहत महसूस करने लगा. मार्सेला से पहले वो किसी को अपने करीब नहीं आने दे रहा था. मार्सेला को 22 नवंबर 2020 को बोस्टन मिला था. जिसके बाद वह उसे अपने आश्रय में ले गई. अब वो मानसिक और शारीरिक तौर पर स्वस्थ है लेकिन अभी भी उसे अपने लिए एक मालिक की तलाश है जहां उसे अपना घर मिल सके. कोरोना काल की वजह से जानवरों को गोद लेने की प्रक्रिया पर रोक लगा दी गई थी जिस वजह से बोस्टन अभी भी अपने नए मालिक और घर के इंतजार में है.