The children who reached school after 2 years said that it is good to come to school, they are studying by wearing a mask to avoid corona

2 साल बाद स्कूल पहुँचे बच्चे बोले स्कूल आकर लग रहा अच्छा, कोरोना से बचने के लिए मास्क लगाकर कर रहे हैं पढ़ाई

सरकार के आदेश के बाद, आज से प्रदेशभर में तीसरी से सातवीं  तक की कक्षाएं ,खुल चुकी है, छोटे बच्चों के स्कूल में आने के लिए ,स्कूल प्रबंधन द्वारा भी विशेष प्रावधान किए गए हैं। गर्ल्स स्कूल सोलन के,प्राइमरी स्कूल की अगर बात की जाए तो, स्कूल में भी तीसरी से लेकर पांचवीं तक की कक्षाएं, आज से शुरू हो चुकी है, स्कूल में प्रवेश करने से पहले, बच्चों के हाथों को सेनेटाइज किया जा रहा है,उनका टेंपरेचर चेक करके ही, उन्हें कक्षाओं में प्रवेश मिल पा रहा है।

स्कूल पहुंचे बच्चों प्रियांशु, संजीता और अमृत का कहना था कि, काफी लंबे समय के बाद वे आज ,स्कूल पहुंचे हैं ,उन्हें स्कूल आकर अच्छा लग रहा है। उनका कहना था कि, उन्हें ऑनलाइन  क्लास लगाने से अच्छा, ऑफलाइन क्लासेस लगाना अच्छा लगता है ,क्योंकि यहां पर वे ,अपने टीचरों और अपने दोस्तों से मिल सकते है।

बच्चों का कहना था कि, ऑनलाइन क्लास में, क़ई बार कुछ डाउट होने पर, उन्हें टीचरों से पूछने पर क़ई बार हिचकिचाहट होती थी, लेकिन अब स्कूल आकर वे टीचरों से, सबकूछ समझकर अपने डाउट को क्लियर कर सकते है। बच्चों ने बताया की ,स्कूल पहुँचने पर उन्हें टीचरों द्वारा ,मास्क लगाकर रखने ,हाथों को सेनेटाइज करने, की हिदायत दी गई है।  

अधिक जानकारी देते हुए, गर्ल्स स्कूल की ,सेंटर हेड रंजना नैयर ने बताया कि, कक्षाओं को सैनेटाइज़ कर दिया गया है। कक्षाओं में मास्क और ग्लब्स भी ,उपलब्ध करवाए गए है। उन्होंने बताया कि, तीसरी से सातवीं तक की ,कक्षाएं  आज से शुरू हो चुकी है,

उन्होंने कहा कि, उनके स्कूल में 383 विद्यार्थी ,शिक्षा ग्रहण करते है। आज 50 % बच्चे स्कूल आ चुके है। उन्होंने कहा कि, एक बैंच पर केवल एक विद्यार्थी ही ,बिठाया जा रहा है ,और सोशल डिस्टेंसिंग बनाई जा रही है। उन्होंने कहा कि ,बच्चे क्योंकि छोटे है, इसलिए उन्हें कोरोना नियमों का, इतना ज्ञान नहीं होगा इसलिए ,अध्यापक उन पर पैनी नज़र रखने वाले है।