The condition of Arki villages is not bad, basic facilities: general public

अर्की के गाँवों की हालत खस्ता नहीं है मूलभूत सुविधाएं : आम जनता

अर्की चुनावों में,  भाजपा और कांग्रेस, जीतने के लिए ,पुरजोर कोशिश कर रही है।  बड़े बड़े ,वायदे किए जा रहे है।  राजनैतिक दलों के वह, नेता भी अब ,गाँव गाँव जा कर वोट मांग रहे है।  जिन्होंने कभी भी , अर्की विधानसभा का, दौरा नहीं किया।  यही नहीं ,अब तो ऐसे वीआईपी नेता, कई दिनों से अर्की में डेरा डाल कर बैठे हुए हैं,  जो अपनी बड़ी बड़ी लग्ज़री गाड़ियों से ,उतरते नहीं थे। आज यह नेता भी , सड़क छोड़ कर, उन गाँवों में जा रहे है ,जहाँ सड़कें भी मौजूद नहीं है। लेकिन हैरानी वाली बात यह है कि, उसके बावजूद भी ,दोनों राजनैतिक दल दावा कर रहे है कि, उन्होंने अर्की में अरबों रूपये का विकास किया है। दोनों दलों के नेता  ,अरबों  रूपये के कार्य भी,  उंगलियों पर गिनवा रहे है।  इस बीच , अर्की विधानसभा क्षेत्र की जनता, क्या मांग कर रही है । इसकी कोई चर्चा नहीं कर रहा है।  लेकिन हमारी टीम ने , यह बात  जानने का प्रयास किया ,और मतदाताओं की नब्ज़ भी टटोली ।  

अर्की वासियों ने कहा कि ,वोट मांगने के समय तो ,सभी दल बहुत बड़े बड़े वायदे करते है।  लेकिन चुनाव जीतने के बाद ,यह वायदे ,और नेता ,हवा की तरह गायब हो जाते है।  उन्होंने कहा कि ,उनकी गाँव में सड़कों का, बुरा हाल है।  अगर कोई बीमार होता है तो ,उसे अस्पताल लाना, एक बड़ी चुनौती बन जाता है।  गाँव में पानी की समस्या ,हमेशा बनी रहती है लेकिन, कोई नेता उनकी कभी भी सुध नहीं लेता है।  उन्होंने कहा कि  ,चुनाव के  समय में जो भी मांगें ,मतदाता उनके समक्ष रखता है वह, तथास्तु कर, उनकी हर मनोकामना, वायदों में पूरी कर देते है।  लेकिन,वह मानते है कि, नेता को चाहिए कि ,वह कम वायदे करे, जो वह निकट भविष्य में पूरे भी कर सकें।  
कल हम एक नहीं समस्या को लेकर आप के सामने आएँगे और निद्रा में सोए नेताओं को जगाने का प्रयास करेंगे।