दिल्ली में बनने जा रही है देश की सबसे बड़ी सुरंग, जिसमें 180 की रफ्तार से दौड़ेगी मेट्रो रेल

नई दिल्ली : देश की सबसे चौड़ी सुरंग बनाने के लिए आनंद विहार में विशालकाय मशीनों द्वारा खुदाई द्वारा शुरू कर दी है। इस सुरंग से ही दिल्ली से मेेरठ के बीच चलने वाली रीजनल रैपिड़ ट्रांजिस्ट ट्रेन होकर गुजरेगी। राष्ट्रीय राजधानी परिवहन क्षेत्र के प्रवक्ता ने बताया कि आनंद विहार से न्यू अशोक विहार तक एक सुरंग का निर्माण करने के वास्ते करीबन 90 मीटर लंबी बोरिंग मशीन से काम शुरू कर दिया है।

छह मीटर होता है आरआरटीएस सुरंगों का व्यास

आरआरटीएस सुरंगों का व्यास छह मीटर होता है। यह सुरंग अन्य मेट्रो की प्रणाली अलग होती है। क्योंकि आरआरटीएस ट्रेनों को 180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गुजरना होता है। बताया जा रहा है कि आनंद विहार से अशोक विहार तक सुरंग की लंबाई तीन किलोमीटर होगी।

 

हर 250 मीटर पर दिए जाएंगे क्रास पास

रेपिड रेल के लिए जो सुरंगे तैयार की जा रही है वह मेट्रो ट्रेन की सुरंग से कही अधिक चौड़ी होगी। क्योंकि इसमें ट्रेनों की रफ्तार भी काफी अधिक होगी। हर 250 मीटर पर ट्रेनों को क्रास पास दिए जाएंगे। इससे यह लाभ होगा कि यात्री आपात स्थिति में एक सुरंग से दूसरी सुरंग में आ जा सकेगा।

6.5 रखा गया है सुरंगों को व्यास

रेपिड रेल के लिए जो सुरंग तैयार की जा रही है उसका व्यास 6.5 रखा गया है। जबकि मेट्रो ट्रेन के लिए जो सुरंग तैयार की जाती है उसका व्यास 5.8 होता है। रेपिड रेल की गति 180 किलोमीटर प्रति घंटा होने की वजह से सुरंग में तरंगे उत्पन होती है। ऐसे में यात्रियों को असुविधा भी हो सकती है। व्यास ज्यादा इसलिए रखा गया है कि ताकि यात्रियों पर हवा का दवाब नहीं बन सके।

सुरंग में बनाया जाएगा एक साइड वाक

सुरंग में एक साइड वाक भी बनाया जाएगा। जोकि आपात स्थिति सामान लाने और ले जाने में मददगार होगा। किसी भी सुरंग का निर्माण पांच से छह दशक की अवधि के लिए किया जाता है। ऐसे में रैपिड रेल के लिए सुरंग बनाते समय इस बात का भी ध्यान रखा जा रहा है कि आपात स्थिति में यात्री पूरी तरह से सुरक्षित रहे।

जुड़वा होगी आरआरटीएस की सुरंगे

आरआरटीएस की सुरंगे जुड़वा होगी। यह सुंरग दोनों दिशाओं में रेल चलने के लिए बनेगी। एक और आनंद विहार से सराए काले तक सुरंग का निर्माण किया जाएगा। फिर आनंद विहार से साहिबाबाद की ओर से सुरंग की लंबाई तीन किलोमीटर होगी। सबसे खास बात होगी यह देश में उपलब्ध किन्ही दो स्टेशनों के बीच सबसे लंबा सुरंग का खंड होगा।