देश में कोरोना वायरस के मामलों में कमी देखने को मिली है.
नई दिल्ली: भारत में कोरोना वायरस की रफ्तार में काफी गिरावट देखी जा रही है, वहीं संक्रमण से उबरने वाले मरीजों की संख्या में भी इजाफा हो रहा है. भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस संक्रमण के 1,216 नए मामले सामने आने से देश में संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 4,46,58,365 हो गई है, जबकि एक्टिव मरीजों यानी उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 16 हजार से नीचे 15,705 रह गई है. बता दें कि महीनों बाद एक्टिव केस 16 हजार के नीचे आए हैं.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से शुक्रवार सुबह आठ बजे जारी लेटेस्ट आंकड़ों के अनुसार, भारत में संक्रमण से 18 और मरीज़ों की मौत होने से मृतक संख्या बढ़कर 5,30,479 हो गई है। इन 18 मरीज़ों में वे 15 लोग भी शामिल हैं, जिनके नाम संक्रमण से मौत के आंकड़ों का पुन:मिलान करते हुए केरल ने वैश्विक महामारी से जान गंवाने वाले मरीज़ों की सूची में जोड़े हैं. मंत्रालय के मुताबिक, देश में पिछले 24 घंटे में संक्रमण से मौत के जो तीन मामले सामने आए हैं, उनमें महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश तथा पश्चिम बंगाल के एक-एक मरीज शामिल हैं.
लेटेस्ट आंकड़ों के मुताबिक, भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के उपचाराधीन मरीज़ों की संख्या 16,098 से घटकर 15,705 रह गई है, जो कुल मामलों का 0.04 प्रतिशत है. पिछले 24 घंटे में उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 393 की कमी दर्ज की गई है. वहीं, मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर बढ़कर 98.78 प्रतिशत हो गई है. आंकड़ों के अनुसार, देश में अभी तक कुल 4,41,12,181 मरीज़ संक्रमण मुक्त हो चुके हैं, जबकि कोविड-19 से मृत्यु दर 1.19 प्रतिशत है. वहीं, राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अभी तक कोविड-19 रोधी टीकों की 219.69 करोड़ खुराक दी जा चुकी हैं.
गौरतलब है कि भारत में सात अगस्त 2020 को कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त 2020 को 30 लाख और पांच सितंबर 2020 को 40 लाख से अधिक हो गई थी. संक्रमण के कुल मामले 16 सितंबर 2020 को 50 लाख, 28 सितंबर 2020 को 60 लाख, 11 अक्टूबर 2020 को 70 लाख, 29 अक्टूबर 2020 को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख के पार चले गए थे. देश में 19 दिसंबर 2020 को ये मामले एक करोड़ से अधिक हो गए थे. पिछले साल चार मई को संक्रमितों की संख्या दो करोड़ और 23 जून 2021 को तीन करोड़ के पार पहुंच गई थी. इस साल 25 जनवरी को संक्रमण के कुल मामले चार करोड़ के पार हो गए थे.