The decisions of JCC increased the difficulties of the government, after the police, now the Indian Mazdoor Sangh opened a front against the government

जेसीसी के निर्णयों ने बढ़ाई सरकार की मुश्किलें, पुलिस के बाद अब भारतीय मजदूर संघ ने सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा

जेसीसी की बैठक के बाद कई  संगठनो ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। भारतीय मजदूर संघ ने आज अपनी मांगों को लेकर शिमला में जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदेश भर से बीएमएस के सैंकड़ो कार्यकर्ता चौड़ा मैदान में इक्कठे हुए और उसके बाद सचिवालय तक रैली निकाली। इस दौरान सड़कों पर घण्टों तक लंबा जाम लग गया और लोगों को भी भारी परेशानी का सामना भी करना पड़ा। वन्ही इस दौरान पुलिस व बीएमएस के बीच धक्कामुक्की भी देखने को मिली।
भारतीय मजदूर संघ क्षेत्रीय संगठन मंत्री पवन कुमार ने बताया कि सरकार पिछले 4 सालों से मजदूरों की मांग नही मान रही है। जिसके कारण आज भारतीय मजदुर् संघ को मजबूरन सड़को पर उतर कर प्रदर्शन करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि पिछले 4 सालों से बीएमएस सरकार से अपनी मांग के लिए कहता आया है लेकिन जब आसानी से नही सुन रही तो आज ढोल नँगाड़ो के साथ प्रदेश के सैंकड़ो कार्यकर्ता चौड़ा मैदान से रैली निकालते हुए सचिवालय पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि उनकी मांगों में पुरानी पेंशन बहाल करना आंगनवाड़ी, आशा वर्कर, अंशकालीन, वर्करों के लिए पॉलिसी बनाई जाना शामिल है लेकिन जेसीसी में भी उन्हें अनसुना किया गया है। उन्होंने कहा कि उनके संगठनों ने कई सरकारी बनाई और गिराई है अब यह जयराम को तय करना है कि उन्हें भविष्य में कौन  सा रास्ता चुनना है।
वह इस पर शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि सरकार लोकतांत्रिक तरीके से हर बात का समाधान निकालने के लिए तैयार हैं जो भी मांगे मानने योग्य होगी उन पर सरकार अवश्य विचार करेगी।