ब्रजेश पाठक ने बताया कि 41 मेडिकल कॉलेजों में लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन प्लांट की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। मौजूदा समय में 13 मेडिकल कॉलेजों को पीईएसओ से लाइसेंस मिल गया है। बाकी 28 कॉलेजों में लाइसेंस की प्रक्रिया चल रही है।
उत्तर प्रदेश के सभी राजकीय मेडिकल कॉलेजों में मरीजों को बिना किसी बाधा के ऑक्सीजन सुविधा मिलेगी। इसके लिए सभी मेडिकल कॉलेजों को लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन (एलएमओ) प्लांट से लैस किया जाएगा। इसके लिए लाइसेंस समेत दूसरे संसाधन जुटाने की कवायद तेज कर दी गई है।
उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने चिकित्सा शिक्षा विभाग के अधिकारियों एवं प्रधानाचार्यों को जल्द से जल्द यह सुविधा शुरू करने के निर्देश दिए हैं। प्रदेश में मेडिकल कॉलेजों की संख्या लगातार बढ़ाई जा रही है। यहां पढ़ाई के साथ मरीजों के उपचार की सुविधाएं भी बढ़ रही हैं।
उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने बताया कि 41 मेडिकल कॉलेजों में लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन प्लांट की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। मौजूदा समय में 13 मेडिकल कॉलेजों को पेट्रोलियम एंड एक्सप्लोसिवस सेफ्टी आर्गेनाइजेशन (पीईएसओ) से लाइसेंस मिल गया है। बाकी 28 कॉलेजों में लाइसेंस की प्रक्रिया चल रही है।
विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि इस प्रक्रिया को जल्द से जल्द पूरा किया जाए। इसके बाद सभी कॉलेजों में भर्ती होने वाले मरीजों को पाइपलाइन से ऑक्सीजन की सुविधा दी जाएगी। लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन की सुविधा होने से सिलेंडर पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। इसके कम आक्सीजन में ज्यादा से ज्यादा मरीजों का उपचार हो सकेगा। साथ ही सिलेंडर लाने और लेजाने के झंझट से भी निजात मिलेगी।