कुत्तों की वफादारी की मिसाल दी जाती है. इंसान भले ही इनके प्रति निर्दयी हो जाए लेकिन ये कुत्ते आए दिन कुछ न कुछ ऐसा करते रहते हैं कि वफादारी में उनकी मिसाल देना कोई अतिशयोक्ति नहीं लगती. वफादारी का एक ऐसा ही उदाहरण एक बार फिर से एक कुत्ते ने पेश किया है.
भूखा प्यासा करता रहा घर की रखवाली
ये उत्तर प्रदेश के लिया जिले में एक कुत्ते की वफादारी है जो एक बार फिर से मिसाल बन गई है. ये कुत्ता अपनी वफादारी साबित करने के लिए महीनों तक भूखा-प्यासा अपने मालिक के घर की रखवाली करता रहा. जब उसकी हिम्मत टूटने लगती तो वह अक्सर रात को रोने लगता. कुत्ते की इन हरकतों पर पड़ोसियों का ध्यान गया, तब उन्होंने उसके बारे में रविवार को पुलिस को खबर की. इसके बाद घर का ताला तोड़ा गया और कुत्ते को बाहर निकाला गया. इसके बाद पुलिस कुत्ते को अपने साथ ले गई है.
दरअसल इस जर्मन शेफर्ड नस्ल के कुत्ते को बांसडीहरोड क्षेत्र के रघुनाथपुर (बेला) गांव के अभिषेक पाल के परिवार ने पाला था. करीब आठ माह पूरा परिवार इस कुत्ते के भरोसे अपना घर छोड़ कर कहीं बाहर चला गया. घर और गेट पर ताला लगा था जिस वजह से कुत्ता कहीं बाहर भी नहीं जा सका.
रात होते ही लगता था रोने
काफी समय तक इस कुत्ते ने बर्दाश्त किया मगर जब इसकी हिम्मत जवाब देने लगी तो ये अक्सर रात को रोने लगा. पहले तो पड़ोसियों ने ध्यान नहीं दिया लेकिन जब लगातार इस कुत्ते के रोने की आवाज सुनाई पड़ने लगी तब आसपास के लोग को इसके बारे में जानकारी हुई. इसके बाद आसपास के लोग कभी कभार दिन में रोटी के टुकड़े फेंक देते थे. कुत्ते के मालिकों ने भले ही इसके बारे में न सोचा हो लेकिन कुत्ता दूसरों के टुकड़ों पर जिंदा रह कर अपने मालिक के घर की रखवाली करता रहा. ग्रामीणों के अनुसार कुत्ता अहाते के अंदर बंद था और रात होते ही रोने लगता था.
पुलिस ने बचाई जान
पुलिस ने ग्रामीणों के सामने मेन गेट पर लगे ताले को तोड़ कर कुत्ते को बाहर निकाला. बाद में गेट पर लोगों की मौजूदगी में ही दूसरा ताला लगवा दिया गया. पुलिस ने इस संबंध में बताया कि यह कुत्ता मकान के अहाते में बंद था और भूख-प्यास से इसकी हालत खराब हो चुकी थी. ये तो खैर है कि गांव वाले इंसानियत के नाते उसे रोटी के टुकड़े डालते रहे और समय रहते पुलिस को इसकी सूचना दे दी जिससे कि उसे ग्रामीणों की मौजूदगी में बाहर निकाला गया है. बता दें कि फिलहाल ये कुत्ता पुलिस स्टेशन में है और यहीं इसके रहने, खाने-पानी का इंतजाम किया गया है.