धरती फटेगी मैं उसमें समा जाऊंगी… 90 साल की बुजुर्ग का अंधविश्वास का ड्रामा देखा क्या ?

alwar old women superstition drama : प्रदेश (Rajasthan) के अलवर जिले में हैरान कर देने वाला वाकया सामने आया है। यहां एक महिला की ओर से दावा किया गया कि शाम 7 बजे तक धरती फटेगी और वो उसमें समां जाएगी। यहां अंधविश्वास का यह ड्रामा दिनभर चलता रहा।

\अलवर: राजस्थान के अलवर जिले के खेड़ली कस्बे में सोमवार को एक 90 वर्षीय वृद्ध महिला का अंधविश्वास का ड्रामा करीब 5 घंटे तक चला । इसके बाद पुलिस ने समझाइश कर महिला को जिन्दा समाधी लेने के स्थान से हटाया और भजन कीर्तन को बंद करवाया।बुजुर्ग महिला ने शाम 7 बजे तक धरती फटने और उसमें खुद के समा जाने का दावा किया था ।

90 साल की महिला घर की चारदिवारी में बैठी
जानकारी के अनुसार 90 वर्षीय खेरली निवासी चिरौंजी पत्नी दीपाराम सैनी सुबह 11 बजे से अपने घर की चारदिवारी के अंदर गुलाल और बांस की परिधि बनाकर ध्यान में समाधी लगा कर बैठ गई। महिला ने अपने बेटे और परिजनों से कहा कि उसे एक महीने से माता ने उसे आज धरती फटने और उसमें समाने का संकेत दिया है। इसलिए वह आज धरती में समा जाएगी। माता उसे धरती में जगह देगी।

इसके बाद महिला उसके परिजनों ने बताया कि उनकी मां को तीन महीने से परमात्मा से कुछ संकेत मिलने लगे थे, जिसका वो हमेशा जिक्र करती रहती थी। इसी प्रकार आज भी उन्होंने बताया कि आज शाम 7 बजे तक धरती फटेगी और वो उसमें समा जायेंगी।

घर पर देखने वालों लगा तांता
90 वर्षीय वृद्धा चिरौंजी के ध्यान में बैठने के बाद आसपास की महिलाओं की भीड़ एकत्रित हो गई और भजन कीर्तन का आयोजन शुरू हो गया। इस मामले की जानकारी कस्बे में आग की तरह फैल गई। कस्बे के लोगों की ओर से वृद्धा को देखने के लिये पहुंचने शुरू हो गये। दिन भर लोगों का तांता लगा रहा।

पुलिस ने अंधविश्वास नहीं बनाने के लिए किया पाबंद
सूचना मिलते ही खेरली पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जानकारी जुटाई। महिला और उसके परिजनों को समझाइश की। महिला और आमजन से अंधविश्वास के चक्कर में नहीं पड़ने की नसीहत दी। पुलिस ने महिला को समाधि स्थल से हटाकर परिजनों को अंधविश्वास नहीं बनाने के लिए पाबंद किया। लेकिन आमजनों में शाम तक धरती फटने जैसी घटना की उत्सुकता ने रोके रखा। शाम 7 बजे बाद पुलिस प्रशासन ने मौके पर जाकर आमजन से पुनः अंधविश्वास में न पड़ने की अपील कर मामला शांत करवाया।