बुजुर्ग ने की महिला दोस्त की हत्या, शव को 2 दिन घर में छिपाये रखा, फिर ले जाकर कचरे में फेंका

श्रीगंगानगर. श्रीगंगानगर (Sriganganagar) जिले के पदमपुर थाना इलाके में एक सप्ताह पहले रत्तेवाला गांव की हड्डा रोहड़ी में मिले महिला के क्षत विक्षत शव की शिनाख्त करते हुये पुलिस ने इस मामले का पर्दाफास कर दिया है. महिला की हत्या (Murder of woman) होमगार्ड में नौकरी कर चुके व्यक्ति ने की थी. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्त में ले लिया है. पूछताछ में उसने अपना जुर्म भी कबूल कर लिया है. आरोपी से पूछताछ में हत्या के चौंकाने वाले कारणों का खुलासा किया है. पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी है.

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बनवारीलाल मीणा ने बताया कि बीते 8 जुलाई को रत्तेवाला गांव की हड्डा रोहड़ी में एक महिला का शव मिला था. जांच पड़ताल के बाद महिला की शिनाख्त मिन्द्रो रायसिख (55) के रूप में हुई. वह हनुमानगढ़ जिले के गोलूवाला के 23 MOD की रहने वाली थी. पुलिस ने उसकी हत्या के आरोप में घमूड़वाली थाना इलाके के 10BB निवासी गुरमीत सिंह (65) को गिरफ्तार किया है. गुरमीत सिंह होमगार्ड में 35 साल तक नौकरी कर चुका है.

बुढ़ापा गुजारने के लिये गुरमीत को थी महिला की जरुरत
प्रारंभिक पूछताछ में उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया है. पुलिस इस वारदात में उसका सहयोग करने वाले अन्य आरोपी राजू की तलाश कर रही है. गुरमीत सिंह ने शराब के नशे में हुए मामूली विवाद में महिला की हत्या कर दी थी. उसने मिन्द्रो रायसिख की हत्या गला घोंटकर की थी. दरअसल आरोपी गुरमीत ने विजयनगर इलाके में रहने वाले राजू नाम के अपने दोस्त को बुढ़ापे में जीवन गुजारने के लिए महिला की जरुरत बताई थी.

शराब पार्टी के बाद दबा दिया था गला
राजू की मिन्द्रो से जानकारी थी. मिन्द्रो का पति दस वर्ष पूर्व गुजर चुका था. मिन्द्रों लोगों के रिश्ते करवाने का काम करती थी. इस पर राजू ने 23 MOD से मिन्द्रों को गुरमीत के पास भेज दिया. शव मिलने की घटना से दो-तीन दिन पहले एक रात दोनों ने नॉनवेज की पार्टी की और जमकर शराब पी. इस दौरान दोनों में गाली गलौच हो गई. इस पर गुरमीत ने तैश में आकर मिन्द्रो का गला दबा दिया.

शव से बदबू आने लगी तो फेंकने के लिये ले गया
हत्या के बाद गुरमीत ने शव को 2 दिन तक घर में रखे रखा. शव से जब बदबू आने लगी तो गुरमीत 8 जुलाई की सुबह पौने चार बजे अकेला ही शव को मोटर साइकिल पर बांधकर घर से निकल गया. उसने रत्तेवाला के पास हड्डा रोड़ी पर शव फेंक दिया ताकि मृत पशुओं की बदबू से किसी को शक न हो. इसके साथ ही उसने सोचा कि लाश को यहां कुत्ते खा जाएंगे और किसी को पता नहीं चलेगा.