इंदौर. मध्य प्रदेश के इंदौर जिले के पलासिया थाना क्षेत्र सेवा सरदार नगर में किराए में कमरे में रहकर पढ़ाई कर रहे एक छात्र ने आत्महत्या कर लिया. मृतक का नाम प्रथम आर्य है. वह डॉक्टर बनने का सपना लेकर कुछ समय पहले ही बैतूल से इंदौर आया था.
4 दिन बाद उसकी NEET की परीक्षा होना थी, लेकिन वह परीक्षा से पहले ही अपने आपको असफल मान बैठा और जीवन दांव पर लगा दिया. पुलिस को मौके से सुसाइड नोट भी मिला है. इसमें उसने आत्महत्या से पहले किसी और को दोषी न ठहराते हुए खुद को ही दोषी ठहराया है.
साथ ही उसने किसी को भी परेशान न करने की बात भी लिखी है. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों के सुपुर्द कर दिया है. वहीं मामले की जांच शुरु कर दी गई है.
बैतूल का रहने वाला प्रथम आर्य इंदौर में रहकर पढ़ाई कर रहा था. वह कुछ महीने पहले ही इंदौर में शिफ्ट हुआ था. वह NEET की तैयारी कर रहा था. किसी भी चिकित्सा की पढ़ाई के लिए यह प्रवेश परीक्षा होती है. इंदौर आकर प्रथम जी जान से पढ़ाई कर रहा था. वह अपने नाम के अनुसार ही प्रथम रहना चाहता था,
लेकिन कुछ समय से वह तनाव में था और अक्सर अपने दोस्तों से यही कहता था कि वह इस परीक्षा में सफल नहीं हो पाएगा. उसे अक्सर असफल होने का डर सताता था. माना जा रहा है कि इसी वजह से उसने आत्महत्या जैसा कदम उठाया.
पलासिया थाना पुलिस को जानकारी मिली थी कि सेवा सरदार नगर में रहने वाले एक छात्र ने घर पर आत्महत्या कर ली. इस सुचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी. पुलिस ने जब मौके पर पड़ताल किया तो एक सुसाइड नोट बरामद हुआ. पुलिस ने सुसाइड नोट जब्त कर लिया है.
पुलिस अधिकारी का दवा है कि सुसाइड नोट में मृतक ने अपने कृत्य के लिए खुद को ही जिम्मेदार ठहराया है. साथ ही लिखा है कि इसके लिए किसी और को परेशान नहीं किया जाए.
बहरहाल पुलिस ने मामले में जांच शुरू कर दी है. पुलिस अधिकारियों का दावा है कि हर बिंदु पर पड़ताल की जा रही है. मौके से मिले सुसाइड नोट को जब्त कर लिया है. उसका भी तकनीकी तौर पर परीक्षण कराया जाएगा.