शिमला. चुनावों की सियासी जंग में भाजपा को किसी का खौफ है तो वह विधानसभा में विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री का, जिसे घेरने के लिए भाजपा हर कदम पर जाल बिछा रही है। सत्ता पक्ष पर हमेशा हावी रहने वाले मुकेश अग्निहोत्री ही भाजपा के लिए बड़ी चुनौती हैं। अग्निहोत्री बेखौफ होकर बुलंद आवाज से जयराम सरकार को घेरते आ रहे हैं। जिससे कांग्रेस के सबसे बड़े चेहरे के रुप में उभरे मुकेश अग्निहोत्री को ही घेरने की रणनीति पर ही भाजपा काम कर रही है। भाजपा को साफ दिख रहा है कि चुनावी जंग में मुकेश अग्निहोत्री को घेरकर ही कांग्रेस को बैकफुट पर लाया जा सकता है। मुकेश अग्निहोत्री ने सरकार के खिलाफ पांच सालों तक विपक्ष के नेता के तौर पर सदन से लेकर सड़क तक आक्रामक रुख अख्तियार किया। जिससे कांग्रेस फ्रंटफुट पर खड़ी रही। लेकिन अब चुनावों के समय भाजपा के निशाने पर मुकेश अग्निहोत्री ही नजर आ रहे हैं। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर लगातार हरोली में जाकर रैलियां करते रहे और विकास कार्यों की घोषणाएं करते रहे हैं। अब चुनावों के समय हरोली को निशाना बनाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली का आयोजन ऊना में किया गया। जिससे प्रधानमंत्री ने हरोली विधानसभा क्षेत्र के सलोह में आईआईआईटी का उद्घाटन किया तो हरोली में ही बल्क ड्रग पार्क का शिलान्यास किया। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत प्रधानमंत्री का दौरा चंबा के लिए तय था, लेकिन अचानक चंबा के साथ-साथ ऊना का कार्यक्रम बना। भाजपा के लिए ऊना का कार्यक्रम तय करना इसलिए जरुरी था कि प्रधानमंत्री के हाथों हरोली में दो बड़े संस्थानों का उद्घाटन शिलान्यास होगा तो चुनावों में फायदा होगा और मुकेश अग्निहोत्री को उनके घर में ही घेरा जा सकता है।
कांग्रेस ने मुकेश अग्निहोत्री को विधानसभा में विपक्ष के नेता की जिम्मेदारी सौंपी। कांग्रेस विधायक दल का नेता बनने के बाद मुकेश अग्निहोत्री कांग्रेस के नेता बनने की राह पर चल पड़े। पत्रकार से राजनेता बने अग्निहोत्री समझते थे कि नेता बनना है तो लड़ना पड़ेगा। जननेता वहीं बनता है, जो संघर्ष की राह पर चलता है। बस इसी रणनीति के तहत आगे बढ़ते हुए मुकेश अग्निहोत्री लगातार मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पर हमला करते रहे। सदन से सड़क तक सरकार के खिलाफ बुलंद आवाज उठाने वाले मुकेश अग्निहोत्री जनता के बीच भी लोकप्रियता हासिल करते गए। महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार को लेकर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पर निशाना साधने के चलते मुकेश अग्निहोत्री भाजपा सरकार के निशाने पर आ गए। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने भी सीधे मुकेश अग्निहोत्री पर व्यक्तिगत हमले शुरु कर दिए। प्रदेश में अचानक आए चार उपचुनावों में सत्ता पक्ष और विपक्ष की परीक्षा की घड़ी आ गई। जिसमें लोकसभा का उपचुनाव मुख्यमंत्री के गृह जिले मंडी में ही था। उपचुनावों में मुकेश अग्निहोत्री ने कमान संभाली और महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार के मुद्दे को लेकर कांग्रेस चुनावों में कूद पड़ी। भाजपा के साथ सरकार ने भी पूरी ताकत लगाई लेकिन चारों सीटों पर कांग्रेस को जीत मिली। कांग्रेस पार्टी की जीत के नायक के रुप में मुकेश अग्निहोत्री जनता के बीच उभरे। उपचुनावों में मिली चारों सीटों पर जीत से मुकेश अग्निहोत्री का जोश डबल हो गया। जिससे वह सरकार पर तेजी से हमला करने लगे। प्रदेश के नेता बने अग्निहोत्री की रैलियां पूरे प्रदेश में होने लगी। जिससे अग्निहोत्री का सियासी कद प्रदेश स्तरीय नेता का हो गया। मुकेश अग्निहोत्री का बढ़ता कद ही भाजपा के लिए चिंता की विषय बन गया।
विधानसभा चुनावों में कांग्रेस मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित नहीं कर रही है। चुनावी रणनीति के तहत कांग्रेस ने तीन चेहरों को आगे करके चुनाव लड़ना तय किया है। जिसमें प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह, विधानसभा में विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री और प्रचार कमेटी के प्रमुख सुखविंदर सिंह सुक्खू शामिल हैं। लेकिन चुनावों के समय भाजपा को खौफ है तो सिर्फ मुकेश अग्निहोत्री का ही है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से लेकर भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष तक सीधे मुकेश अग्निहोत्री को ही अपने बयानों में निशाना बनाते हैं। जिससे अब भाजपा के केंद्रीय नेताओं के निशाने पर भी मुकेश अग्निहोत्री नजर आ रहे हैं।
ऊना के हरोली में प्रधानमंत्री के द्वारा उद्घाटन व शिलान्यास पर कांग्रेस नेताओं की प्रतिक्रिया आई है। हरोली के सलोह में बनी आईआईआईटी की स्वीकृति केंद्र में तात्कालीन मनमोहन सिंह सरकार के समय मिली थी। आईआईआईटी निर्माण के जमीन भी पूर्व कांग्रेस सरकार के समय दी गई। जिससे कांग्रेसियों का दावा है कि आईआईआईटी कांग्रेस की देन है। वहीं बल्क ड्रग पार्क के बारे में कांग्रेसी नेताओं ने कहा कि चुनावों के कारण ही जनता को गुमराह करने के लिए जल्दबाजी में बल्क ड्रग पार्क का शिलान्यास किया गया है। अभी तक न तो केंद्र सरकार ने और न ही राज्य सरकार ने इसके लिए बजट का कोई प्रावधान किया है। लेकिन जनता को गुमराह करने के लिए शिलान्यास किया गया है। कुछ भी हो भाजपा ने मुकेश अग्निहोत्री को घेरने के लिए हरोली में दो बड़े संस्थानों का शिलान्यास और उद्घाटन कराया है। जिससे साबित होता है कि भाजपा के निशाने पर मुकेश अग्निहोत्री ही हैं। हरोली में मुकेश अग्निहोत्री की सियासी जड़ें बहुत मजबूत है। वह लगातार चौथी बार विधायक चुने गए हैं। अब देखना है कि मुकेश अग्निहोत्री को घेरने की भाजपा की रणनीति कितनी कामयाब होती है।